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दिवाली पर ऊर्जा सफाई के सरल उपाय

दिवाली के त्योहार के नजदीक आते ही घरों में सफाई और सजावट की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। लेकिन क्या आपने कभी ऊर्जा सफाई के बारे में सोचा है? इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा भर सकते हैं। जानें पुरानी चीजों को हटाने, सुगंधित तेलों का उपयोग करने, और ध्वनि से शुद्धि के उपाय। धनतेरस पर शंख और घंटी का महत्व भी जानें, जिससे आपके घर में सुख-समृद्धि का संचार हो सके।
 

दिवाली की तैयारी में ऊर्जा सफाई

जैसे-जैसे दिवाली का त्योहार नजदीक आता है, घरों में सफाई, सजावट और खुशियों का स्वागत करने की तैयारियां तेज हो जाती हैं। लेकिन केवल धूल-मिट्टी साफ करने के अलावा, एक महत्वपूर्ण सफाई होती है जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, और वह है ऊर्जा सफाई। साल भर हमारे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचय होता है, और दिवाली के समय यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने का सही अवसर है। ज्योतिषियों के अनुसार, धनतेरस (18 अक्टूबर, 2025) से पहले अपने घर में पॉजिटिव ऊर्जा भरने के लिए कुछ सरल और प्रभावी उपाय बताए जा रहे हैं, जिससे आपके घर में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहे।


पुरानी चीजों को हटाना

पुरानी चीजों को हटाएं 
दिवाली की सफाई की शुरुआत उन चीज़ों को हटाकर करें जो अब आपके काम की नहीं हैं। पुराने कैलेंडर, बेकार इलेक्ट्रॉनिक सामान, टूटी हुई चीजें और कागजों के ढेर हटा दें, ये सभी रुकी हुई ऊर्जा को जमा करते हैं और आपके जीवन में नए अवसरों के प्रवेश को रोकते हैं। एक बार जब आप सारी गंदगी साफ कर लें, तो अपनी खिड़कियां खोल दें ताकि धूप और ताजी हवा अंदर आ सके। यह आसान सा काम स्वाभाविक रूप से आपके घर को शुद्ध करता है और आपके घर में सुख-समृद्धि लेकर आता है।


घर को सुगंधित बनाना

घर को सुगंधित तेलों से ताजा करें
सुगंध में इतनी ताकत होती है कि वे घर की नकारात्मक ऊर्जा को तुरंत सकारात्मक में बदल देती है। ऐसे में आप पचौली, लोबान और बर्गमोट आवश्यक तेलों की कुछ बूंदें पानी में मिलाएं और अपने घर में धीरे से स्प्रे करें। पचौली आपको स्थिर करती है, लोबान शुद्ध करता है, और बर्गमोट आपको उत्साहित करता है, जिससे एक सुखदायक और आध्यात्मिक माहौल बन जाता है। जो शांति और आनंद का संतुलन बनाता है।


ध्वनि से शुद्धि

ध्वनि से घर को शुद्ध करें
दिवाली की सफाई के बाद आप अपने घर को ध्वनि की मदद से शुद्ध वातावरण कर सकते हैं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर चली जाती है। इसके लिए आप दीया जलाते हुए बांसुरी की मधुर ध्वनि को बजा सकते हैं या फिर "ॐ" या गायत्री मंत्र जैसे मंत्रों का जाप कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके घर का माहौल सकारात्मक और दिव्य हो जाता है।


धनतेरस पर शंख और घंटी का महत्व

धनतेरस पर शंख और घंटी का इस्तेमाल करें
धनतेरस वाले दिन अपने घर के हर कमरे में शंख और घंटी बजाते हुए घूमें। शंख की ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है, जबकि घंटी सकारात्मक ऊर्जा को जागृत करती है। उत्तर-पूर्व कोने से शुरू करें और दक्षिण दिशा तक घुमाएं, यह सुनिश्चित करते हुए कि आपके घर का हर एक हिस्सा पवित्रता और शुभ ऊर्जा से गूंजता रहे।


मुख्य द्वार पर रुद्राक्ष और स्फटिक

मुख्य द्वार पर रुद्राक्ष और स्फटिक लटकाएं
आपके घर का मुख्य द्वार आपके घर में प्रवेश करने वाली सभी ऊर्जाओं का प्रवेश द्वार है। तीन रुद्राक्ष और एक स्फटिक (क्रिस्टल) की माला को लाल या पीले धागे में बांधकर अपने मुख्य द्वार के ऊपर या बगल में अच्छी तरह से लटका दें। रुद्राक्ष ऊर्जा प्रवाह को स्थिर और संरक्षित करता है, जबकि स्फटिक शांति और स्पष्टता लाता है। ये दोनों मिलकर एक ऐसा कवच बनाते हैं जो केवल सकारात्मकता, आशीर्वाद और समृद्धि को ही अंदर आने देता है।