दीपावली 2023: शिववास और भद्रवास योग का महत्व
दीपावली 2023 का पर्व 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जिसमें शिववास और भद्रवास योग का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव और माता लक्ष्मी की पूजा का समय जानें। पुराणों में बताए गए श्राद्ध विधियों और दिवाली के शुभ चौघड़िया मुहूर्त की जानकारी प्राप्त करें। यह लेख आपको दीपावली के महत्व और पूजा विधियों के बारे में विस्तार से बताएगा।
Oct 19, 2025, 19:23 IST
दीपावली का पर्व
इस वर्ष दीपावली का पर्व 20 अक्टूबर, सोमवार को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है, जिससे इस बार दिवाली पर शिववास योग का निर्माण हो रहा है। दीपावली, जो कार्तिक मास की अमावस्या को आती है, अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। यह पर्व पांच दिनों तक चलता है, जिसमें धनतेरस, छोटी दिवाली, मुख्य दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज शामिल हैं। इस अवसर पर लोग अपने घरों को दीपों और रोशनी से सजाते हैं और लक्ष्मी तथा गणेश जी की पूजा करते हैं। इस बार दिवाली पर भद्रवास योग और शिववास योग का संयोग भी बन रहा है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत लाभकारी होगा। इसके साथ ही, माता लक्ष्मी की पूजा का भी यह उचित समय है। ध्यान रहे कि भद्रवास योग सुबह 08:44 बजे तक रहेगा, इस दौरान शुभ कार्य नहीं करने चाहिए और पितरों की पूजा भी नहीं करनी चाहिए। वहीं, शिववास योग सुबह 06:48 बजे से शुरू होगा, जिसमें शिव-शक्ति की पूजा से साधकों की इच्छाएं पूरी होती हैं।
पुराणों में दिवाली का महत्व
पुराणों में क्या बताया गया है?
स्कंदपुराण में उल्लेख है कि दिवाली के दिन सबसे पहले पितरों का श्राद्ध करना चाहिए। इसके बाद अन्य कार्य किए जाते हैं। सुबह जल्दी उठकर स्नान करके देवताओं और पितरों की पूजा करना शुभ माना जाता है। इसके बाद दही, दूध और घी से पार्वण श्राद्ध करना चाहिए, जो पितरों के सम्मान और शांति के लिए किया जाता है। यह अमावस्या के दिन किया जाता है। इसके अतिरिक्त, प्रदोष के समय माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा करना भी आवश्यक है।
दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त
- अमृत- सर्वोत्तम- सुबह 6:25 से 7:50 तक
- शुभ- उत्तम- सुबह 9:15 से 10:40 तक
- लाभ - उन्नति - दोपहर 2:56 से शाम 4:21 तक
- अपराह्न मुहूर्त- दोपहर 3:44 से शाम 5:46 तक
- सायान्ह मुहूर्त- शाम 5:46 से 7:21 तक
- अमृत - सर्वोत्तम - शाम 4:21 से 5:46 तक