×

दीपावली महापर्व: इस वर्ष छह दिनों तक मनाया जाएगा

इस वर्ष दीपावली महापर्व का उत्सव छह दिनों तक मनाया जाएगा, जिसमें धनतेरस से लेकर भाई दूज तक विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे। जानें इस पर्व की विशेषताएँ और कब-कब कौन सा पर्व मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास के अनुसार, इस महापर्व की शुरुआत 18 अक्टूबर को धनतेरस से होगी। दीपावली पर लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व है। इस लेख में जानें दीपावली के सभी पर्वों के बारे में विस्तार से।
 

दीपावली का महापर्व

इस वर्ष दीपावली का महापर्व पांच दिनों के बजाय छह दिनों तक चलेगा। हिंदू धर्म में दीपावली का त्योहार अत्यंत धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्री राम 14 वर्षों का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटे थे, जिसके उपलक्ष्य में अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया। इस परंपरा का पालन आज भी किया जाता है। ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास के अनुसार, दीपावली महापर्व की शुरुआत 18 अक्टूबर को धनतेरस से होगी। इसके बाद 19 अक्टूबर को हनुमान जयंती, छोटी दीपावली, 20 अक्टूबर को दीपावली, 21 अक्टूबर को स्नान पूजा और दान अमावस्या, 22 अक्टूबर को अन्नकूट और गोवर्धन पूजा, और अंत में 23 अक्टूबर को भाई दूज मनाया जाएगा।


धनतेरस से शुरू होगा पर्व

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि धनतेरस, जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है, दीपावली का पहला दिन है। इस दिन भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने की मान्यता है। इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है, क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि जो भी इस दिन सोने, चांदी या बर्तन की खरीदारी करता है, उसे तेरह गुना लाभ मिलता है। इस दिन यमराज के लिए दीप जलाने की परंपरा भी शुरू होती है।


रूप चतुर्दशी का महत्व

19 अक्टूबर को रूप चतुर्दशी मनाई जाएगी, जब महिलाएं अपने रूप को निखारने के लिए उबटन करेंगी। यह दिन नरकासुर के वध का भी प्रतीक है। इस दिन यमराज की पूजा की जाती है और घर के कोनों में दीप जलाए जाते हैं।


दीपावली पर लक्ष्मी पूजा

20 अक्टूबर को दीपावली पर माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। इस दिन घरों को रोशनी से सजाया जाता है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष पूजा की जाती है।


गोवर्धन पूजा और भाई दूज

22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा मनाई जाएगी, जिसमें भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। 23 अक्टूबर को भाई दूज का त्योहार है, जब बहनें अपने भाइयों के लिए लंबी उम्र की कामना करती हैं।