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धनतेरस पर दान से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक माह की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस दिन धन्वंतरि देव की पूजा की जाती है और कुछ वस्तुओं की खरीददारी को शुभ माना जाता है। लेकिन, कुछ वस्तुओं का दान करना अशुभ हो सकता है। जानें कौन सी वस्तुएं दान नहीं करनी चाहिए और कौन सी वस्तुएं खरीदना शुभ है।
 

धनतेरस का महत्व और दान की सावधानियाँ

धनतेरस पर दान की गलतियाँ: धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस वर्ष धनतेरस 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन धन्वंतरि देव की पूजा का विशेष महत्व है। धनतेरस पर माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की जाती है। इस दिन कुछ वस्तुओं की खरीददारी को शुभ माना जाता है, जबकि कुछ वस्तुओं को लेना अशुभ माना जाता है। इसी प्रकार, धनतेरस पर कुछ वस्तुओं का दान करने से बचना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार, कुछ वस्तुओं का दान करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं, जिससे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।

धनतेरस के दिन कुछ चीज़ों को किसी को भी नहीं देना चाहिए। इनमें 'धन उधार देना', 'चीनी देना' (गन्ना का भोग माता लक्ष्मी को प्रिय है), नमक, दूध, दही, तेल, सुई और अन्य घरेलू सामान शामिल हैं।

ऐसा माना जाता है कि यदि ये वस्तुएं दी जाती हैं, तो मां लक्ष्मी उस घर से नाराज होकर चली जाती हैं, जिससे धन की कमी धीरे-धीरे घर में प्रवेश कर जाती है।

धनतेरस पर विशेष रूप से फूल वाली झाड़ू, धनिया के बीज, कौड़ी, सोने-चांदी के आभूषण, और पीतल या तांबे के बर्तन खरीदने की सलाह दी जाती है।