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मार्गशीर्ष पूर्णिमा: आज का महत्व और शुभ मुहूर्त

मार्गशीर्ष पूर्णिमा का दिन विशेष धार्मिक महत्व रखता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए पूजा और दान का महत्व है। जानें इस दिन का शुभ मुहूर्त और किन चीजों का दान करना चाहिए। साथ ही, कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक है।
 

मार्गशीर्ष पूर्णिमा का महत्व


शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें
मार्गशीर्ष पूर्णिमा का दिन विशेष धार्मिक महत्व रखता है। इसे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का दिन माना जाता है। दिसंबर 2026 का यह अंतिम पूर्णिमा है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन साधना करने से जीवन में सुख और शांति बनी रहती है।


मार्गशीर्ष पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष पूर्णिमा 04 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन की शुरुआत सुबह 08:37 बजे होगी और इसका समापन 05 दिसंबर को 04:43 बजे होगा। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:19 से 04:58 बजे तक रहेगा, जो पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।


दान का महत्व

मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन दान का विशेष महत्व है। इस दिन पूजा के बाद श्रद्धा अनुसार दान करना चाहिए, जिससे जीवन में किसी चीज की कमी नहीं होती और धन-धान्य का भंडार भरा रहता है।


दान के लिए उपयुक्त वस्तुएं

आर्थिक तंगी से मुक्ति पाने के लिए गुड़ का दान करना लाभकारी होता है। माना जाता है कि इस दिन गुड़ का दान करने से धन लाभ के अवसर बढ़ते हैं और रिश्तों में मधुरता आती है।


गलतियों से बचें

मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। घर और मंदिर की सफाई का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि मां लक्ष्मी का वास साफ-सुथरे स्थान पर होता है। तामसिक भोजन से बचें और पूजा के दौरान काले कपड़े न पहनें।


भगवान विष्णु के मंत्र


  • ॐ नमो: नारायणाय॥

  • ॐ नमो: भगवते वासुदेवाय॥

  • ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
    तन्नो विष्णु: प्रचोदयात्॥॥