योगिनी एकादशी 2025: धन संकट और पारिवारिक तनाव से मुक्ति के लिए सरल उपाय
योगिनी एकादशी का महत्व
योगिनी एकादशी 2025: पंचांग के अनुसार, हर महीने दो बार आने वाली एकादशी तिथि में से आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की योगिनी एकादशी का विशेष महत्व है। यह तिथि 21 जून 2025 को मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन के सभी क्षेत्रों में सुख और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। शास्त्रों के अनुसार, योगिनी एकादशी का व्रत करने से हजारों ब्राह्मणों को भोजन कराने का पुण्य प्राप्त होता है। इस व्रत से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति संभव होती है।
धन से जुड़ी समस्याओं के समाधान
विशेष रूप से धन से संबंधित समस्याओं, कर्ज और पारिवारिक तनाव को दूर करने के लिए इस दिन किए गए उपाय अत्यंत फलदायी माने जाते हैं। आइए तंत्र विद्या के विशेषज्ञ और ज्योतिषाचार्य हर्षवर्धन से जानते हैं कि योगिनी एकादशी पर कौन से सरल उपाय किए जाने चाहिए, ताकि जीवन से सभी प्रकार के कष्ट और परेशानियां दूर हो सकें।
अटका धन पाने के उपाय
यदि आपका धन कहीं फंसा हुआ है या लंबे समय से लौट नहीं रहा है, तो योगिनी एकादशी की रात को एक गोमती चक्र लें। इसे घर के बाहर किसी सुनसान स्थान पर एक गड्ढा खोदकर दबा दें और प्रार्थना करें- 'हे विष्णु भगवान, मेरे धन मार्ग की रुकावटें दूर करें।' मान्यता है कि इस उपाय से अटका हुआ धन शीघ्र वापस मिलता है।
धन संकट से छुटकारा
यदि आप धन की कमी या आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो इस दिन 11 गोमती चक्र और 3 एकाक्षी नारियल लेकर उन्हें पीले कपड़े में बांधें। पहले इन्हें विष्णु मंदिर में स्थापित कर विधिपूर्वक पूजा करें। फिर यह पोटली अपने ऑफिस या दुकान के मुख्य द्वार पर लटका दें। इससे व्यवसाय में वृद्धि होती है और आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं।
कर्ज से मुक्ति पाने का उपाय
कर्ज से परेशान लोग इस दिन भगवान विष्णु को केसर मिला दूध अर्पित करें और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें। पूजा के बाद इस दूध को प्रसाद रूप में ग्रहण करें। यह उपाय मानसिक तनाव कम करता है और धीरे-धीरे कर्ज से राहत दिलाता है।
शारीरिक-मानसिक कष्टों से छुटकारा
योगिनी एकादशी के दिन केले के पेड़ की पूजा करें। धूप, दीप, रोली और चावल से पूजन कर भगवान विष्णु को केले का फल और दूध चढ़ाएं। इससे न केवल स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर होती हैं, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है।
पारिवारिक कलह से मुक्ति
यदि घर में अक्सर झगड़े, मतभेद या अशांति फैली रहती हो, तो योगिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा के बाद थोड़ा-सा पंचामृत लेकर उसमें तुलसी डालें और सभी घरवालों को इसका एक-एक चम्मच प्रसाद रूप में दें। माना जाता है कि इस उपाय से घर में प्रेम, आपसी समझ और सौहार्द बढ़ता है।