रविवार को सूर्य और भैरव की पूजा: कष्टों से मुक्ति का मार्ग
सुख-समृद्धि और सौभाग्य के लिए मां दुर्गा की पूजा
Surya And Bhairav Puja, नई दिल्ली: सनातन परंपरा में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा का महत्व है। रविवार का दिन भगवान सूर्य देव की आराधना के लिए विशेष रूप से समर्पित है। सूर्य देव की पूजा से जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
आज का दिन भगवान भैरव और देवी दुर्गा की पूजा के लिए भी अत्यंत शुभ माना जाता है, जो सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने में सहायक होती हैं।
सूर्य की साधना से मनोकामनाएं पूरी होंगी
रविवार भगवान सूर्य देवता को समर्पित है। वेदों में सूर्य को जगत की आत्मा और ईश्वर का नेत्र कहा गया है। सूर्य की साधना से साधक को सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
सूर्य देवता की कृपा पाने के लिए रविवार को प्रात: स्नान के बाद तांबे के लोटे में शुद्ध जल भरकर उसमें रोली, अक्षत और लाल पुष्प डालकर 'ॐ घृणि सूर्याय नम:' मंत्र का जाप करते हुए उन्हें अर्घ्य देना चाहिए।
भक्ति भाव से सूर्य को अर्घ्य देने और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से साधक की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और उसे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।
भगवान भैरव की पूजा से कष्टों से मुक्ति
हिंदू धर्म में भगवान भैरव को महादेव का उग्र रूप माना जाता है। मान्यता है कि देवी के शक्तिपीठों पर भगवान भैरव का वास होता है। रविवार को उनकी पूजा फलदायी मानी जाती है।
इस दिन भक्ति भाव से भैरव की पूजा करने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं और साधक के सभी कष्ट दूर कर देते हैं।
भगवान भैरव की पूजा में पुष्प, मौसमी फल, नारियल, पान, मदिरा, और सिंदूर चढ़ाने का विधान है। इस दिन 'ॐ काल भैरवाय नम:' मंत्र का जाप करने से जीवन की बड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
मां दुर्गा को श्रृंगार की वस्तुएं भेंट करें
मां दुर्गा की पूजा के लिए रविवार का दिन भी अत्यंत शुभ है। सुख-समृद्धि और सौभाग्य के लिए देवी की पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए।
रविवार को देवी दुर्गा से आशीर्वाद पाने के लिए उनकी पूजा में श्रृंगार की वस्तुएं, लाल वस्त्र, लाल पुष्प, लाल चंदन और लाल फल चढ़ाएं।
दु:खों को दूर करने और मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए देवी के महामंत्र 'सर्व मंगल मागंल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्येत्रयम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते' का जाप अवश्य करें।