सर्वपितृ अमावस्या पर काले तिल के उपाय: पितरों की कृपा प्राप्त करें
सर्वपितृ अमावस्या का महत्व शास्त्रों में अत्यधिक बताया गया है। इस दिन पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। काले तिल के विशेष उपायों के माध्यम से पितरों की कृपा प्राप्त की जा सकती है, जिससे धन-दौलत में वृद्धि होती है। जानें काले तिल के उपाय और उनके लाभ।
Sep 21, 2025, 07:06 IST
पितरों की कृपा से धन और समृद्धि
पितरों की कृपा से धन और समृद्धि
सर्वपितृ अमावस्या का महत्व शास्त्रों में अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया गया है। इसे आश्विन अमावस्या या महालया अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन ज्ञात और अज्ञात पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। यह तिथि विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन एक श्राद्ध से पूरे कुल के पितरों को तृप्त किया जा सकता है। इस दिन का श्राद्ध, तर्पण और दान पितरों को मोक्ष और जीवितों को सुख-समृद्धि प्रदान करता है।
तंत्र शास्त्र में सर्वपितृ अमावस्या के महत्व के साथ-साथ काले तिल के विशेष उपायों का भी उल्लेख किया गया है। इन उपायों को करते समय कुछ सावधानियों का पालन करना आवश्यक है। इस दिन काले तिल के उपाय करने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है और धन-दौलत में वृद्धि होती है।
काले तिल के उपाय
- सर्वपितृ अमावस्या पर पितरों का ध्यान करते हुए बहते जल में काले तिल प्रवाहित करें। इससे पितरों की कृपा के साथ-साथ शनि दोष और उसके अशुभ प्रभाव में कमी आती है। इसके अलावा, काले तिल का दान करने से कालसर्प दोष और पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
- इस दिन एक मुट्ठी काले तिल लेकर परिवार के सभी सदस्यों के ऊपर से सात बार उसारकर उत्तर दिशा की ओर फेंक दें। इससे पितरों की विशेष कृपा प्राप्त होती है और धन की हानि में सुधार होता है।
- जल में काले तिल और कुशा डालकर "ॐ पितृभ्य: स्वधा नम:" मंत्र से अर्पण करें। इससे पितर तृप्त होकर वंशजों को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। शाम को तिल के तेल का दीपक जलाकर उसमें कुछ काले तिल मिलाकर दक्षिण दिशा में रखें। इससे पितृदोष दूर होता है।
- काले तिल, कुशा और लाल धागे से रक्षा सूत्र बनाकर दाहिने हाथ में बांध लें। यह उपाय नकारात्मक शक्तियों और पितृ क्रोध से रक्षा करता है। अग्नि में "ॐ पितृभ्य: स्वाहा" बोलते हुए काले तिल की आहुति दें।
- यदि आपके कार्य अटक जाते हैं, तो इस दिन हाथ में काले तिल लेकर घर से निकलें। रास्ते में कुत्ते के सामने काले तिल डालें। यदि कुत्ता उसे खा लेता है, तो यह शुभ संकेत है।