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स्वतंत्रता दिवस के लिए प्रेरणादायक देशभक्ति गीत

15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, भारत के लिए गर्व का दिन है। इस अवसर पर देशभक्ति गीतों का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस लेख में हम आपके लिए पांच प्रेरणादायक देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपके दिल में देशप्रेम की भावना को जगाएंगे। इन गीतों के बोल न केवल मातृभूमि के प्रति प्रेम को दर्शाते हैं, बल्कि शहीदों की कुर्बानियों को भी याद दिलाते हैं। आइए, इन गीतों के साथ स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाएं और अपने देश के प्रति अपने जज़्बात को और मजबूत करें।
 

स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति गीत

स्वतंत्रता दिवस के देशभक्ति गीत: 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, भारत के लिए गर्व और उत्साह का दिन है। इस दिन को और विशेष बनाने के लिए देशभक्ति गीतों से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। ये गीत न केवल मातृभूमि के प्रति प्रेम को जगाते हैं, बल्कि उन शहीदों की बलिदान को भी याद दिलाते हैं, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।


स्वतंत्रता दिवस के लिए प्रेरणादायक देशभक्ति गीत


इस स्वतंत्रता दिवस 2025 को और यादगार बनाने के लिए हम आपके लिए पांच ऐसे देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनके बोल आपके दिल में देशप्रेम की भावना को और प्रबल करेंगे। आइए, इन गीतों को गुनगुनाते हैं और अपने देश के प्रति अपने जज़्बात को और मजबूत करते हैं!


1. ऐ मेरे वतन के लोगों


यह गीत हर भारतीय के दिल को छू जाता है। “ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी” जैसे बोल देश के वीर जवानों की बलिदान को याद दिलाते हैं। यह गीत बताता है कि जब हम दीवाली मना रहे थे, तब हमारे जवान सीमा पर लड़ाई लड़ रहे थे। हर वीर भारतवासी ने अपने खून से इस धरती को सींचा। इस गीत को गाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दें और देशप्रेम को और गहरा करें।


ऐ मेरे वतन के लोगों
तुम ख़ूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का
लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर
वीरों ने है प्राण गंवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर न आये
ऐ मेरे वतन के लोगों
ज़रा आंख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो कुर्बानी
जब घायल हुआ हिमालय
ख़तरे में पड़ी आज़ादी
जब तक थी सांस लड़े वो
फिर अपनी लाश बिछा दी
संगीन पे धर कर माथा
सो गये अमर बलिदानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो कुर्बानी
जब देश में थी दीवाली
वो खेल रहे थे होली
जब हम बैठे थे घरों में
वो झेल रहे थे गोली
थे धन्य जवान वो आपने
थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो कुर्बानी
कोई सिख कोई जाट मराठा
कोई गुरखा कोई मदरासी
सरहद पर मरनेवाला
हर वीर था भारतवासी
जो खून गिरा पर्वत पर
वो खून था हिंदुस्तानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो कुर्बानी
थी खून से लथपथ काया
फिर बंदूक उठाके
दस-दस को एक ने मारा
फिर गिर गये होश गंवा के
जब अन्त-समय आया तो
कह गये के अब मरते हैं
खुश रहना देश के प्यारों
अब हम तो सफर करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने
क्या लोग थे वो अभिमानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो कुर्बानी
तुम भूल न जाओ उनको
इस लिए कही ये कहानी
जो शहीद हुए हैं उनकी
ज़रा याद करो कुर्बानी


2. मेरे देश की धरती


“मेरे देश की धरती, सोना उगले, उगले हीरे मोती” जैसे बोल इस गीत को हर भारतीय का प्रिय बनाते हैं। यह गीत भारत की मिट्टी, खेतों, और संस्कृति की सुंदरता को दर्शाता है। गौतम, नानक, गांधी, सुभाष जैसे महानायकों का जिक्र इस गीत को और प्रेरणादायक बनाता है। इस स्वतंत्रता दिवस पर इस गीत को गाएं और अपनी माटी का गर्व महसूस करें।


मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं
ग़म कोस दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुस्काते हैं
सुनके रहट की आवाजें यूँ लगे कहीं शहनाई बजे
आते ही मस्त बहारों के दुल्हन की तरह हर खेत सजे,
मेरे देश की धरती


जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अंगड़ाइयाँ लेती है
क्यूँ ना पूजे इस माटी को जो जीवन का सुख देती है
इस धरती पे जिसने जनम लिया, उसने ही पाया प्यार तेरा
यहाँ अपना पराया कोई नहीं, है सब पे है माँ उपकार तेरा,
मेरे देश की धरती


ये बाग है गौतम नानक का खिलते हैं चमन के फूल यहाँ
गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक, ऐसे हैं अमन के फूल यहाँ
रंग हरा हरी सिंह नलवे से रंग लाल है लाल बहादुर से
रंग बना बसंती भगत सिंह रंग अमन का वीर जवाहर से,
मेरे देश की धरती


3. मां तुझे सलाम


“वन्दे मातरम, मां तुझे सलाम” यह गीत देश के प्रति अटूट प्रेम को व्यक्त करता है। यह गीत कहता है कि दुनिया में कहीं भी जाएं, भारत जैसा कोई नहीं। “यहां-वहां सारा जहां देख लिया है, कहीं भी तेरे जैसा कोई नहीं है” जैसे बोल हर भारतीय को अपनी मातृभूमि पर गर्व करने के लिए प्रेरित करते हैं। इस 15 अगस्त को इस गीत को गाकर अपनी मातृभूमि को सलाम करें।


वन्दे मातरम, वन्दे मातरम,
वन्दे मातरम, वन्दे मातरम,
वन्दे मातरम, वन्दे मातरम,
वन्दे मातरम, वन्दे मातरम


यहां-वहां सारा जहां देख लिया है
कहीं भी तेरे जैसा कोई नहीं है
अस्सी नहीं, सौ दिन दुनिया घूमा है
नहीं कहीं तेरे जैसा कोई नहीं


मैं गया जहां भी
बस तेरी याद थी
जो मेरे साथ थी
मुझको तड़पाती, रुलाती
सबसे प्यारी तेरी सूरत
प्यार है बस तेरा, प्यार ही
माँ तुझे सलाम
अम्मा तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
वन्दे मातरम, वन्दे मातरम


जहां तू है वहां मैं, तेरा हूं दीवाना मैं
झूमूं, नाचूं, गाऊँ तेरे प्यार का तराना मैं
चंदा नहीं, सूरज नहीं, दुनिया की दौलत नहीं
बस लूटूँगा तेरे प्यार का खजाना
इक नज़र जब तेरी, होती है प्यार की
दुनिया तब तो मेरी चमके-दमके-महके रे
तेरा चेहरा सूरज जैसा चाँद सी ठंड है प्यार में
वन्दे मातरम, वन्दे मातरम


तेरे पास ही मैं आ रहा हूँ
अपनी बाहें खोल दे
ज़ोर से मुझको गले लगा ले
मुझको फिर वो प्यार दे
तू ही जिंदगी है
तू ही मेरी मोहब्बत है
तेरे ही पैरों में जन्नत है
तू ही दिल, तू जां, अम्मा
माँ तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
अम्मा तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
वन्दे मातरम, वन्दे मातरम


4. आई लव माय इंडिया


“ये दुनिया एक दुल्हन, दुल्हन के माथे की बिंदिया, ये मेरा इंडिया” जैसे बोल इस गीत को बेहद खास बनाते हैं। यह गीत भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता को बयां करता है। सावन की झूम, सात सुरों का संगम, और बांसुरी वाले भगवान का जिक्र इस गीत में भारत की आत्मा को उजागर करता है। इस स्वतंत्रता दिवस पर इस गीत को गाकर अपने देश के प्रति प्यार जताएं।


लंदन देखा
पैरिस देखा
और देखा जापान


माईकल देखा, एल्विस देखा
सब देखा मेरी जान


सारे जग में कहीं नहीं है
दूसरा हिंदुस्तान
दूसरा हिंदुस्तान


ये दुनिया एक दुल्हन
दुल्हन के माथे की बिंदिया
ये मेरा इंडिया
आई लव माई इंडिया
ये दुनिया एक दुल्हन…


जब छेड़ा मल्हार किसी ने
झूमके सावन आया
आग लगा दी पानी में जब
दीपक राग सुनाया
सात सुरों का संगम ये जीवन गीतों की माला
हम अपने भगवान को भी कहते हैं बाँसुरी वाला
ये मेरा इंडिया…


पीहू-पीहू बोले पपीहा, कोयल कूहू-कूहू गाये
हँसते, रोते, हमने जीवन के सब गीत बनाए
ये सारी दुनिया अपने-अपने गीतों को गाये
गीत वो गाओ जिससे इस मिट्टी की खुश्बू आये
आई लव माई इंडिया…
वतन मेरा इंडिया
सजन मेरा इंडिया
करम मेरा इंडिया
धरम मेरा इंडिया


5. सुनो गौर से दुनिया वालों


“सुनो गौर से दुनिया वालों, बुरी नज़र ना हम पे डालो” यह गीत भारत की ताकत और गर्व को दर्शाता है। यह गीत कहता है कि चाहे कितना भी जोर लगाओ, हिंदुस्तानी हमेशा सबसे आगे रहेंगे। यह गीत देश की एकता, मोहब्बत, और ऊंचे इरादों की बात करता है। “हमने कहा है, तुम भी कहो” जैसे बोल हर भारतीय को एकजुट होकर देश का गौरव बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं। इस 15 अगस्त को इस गीत को गाकर दुनिया को भारत की ताकत दिखाएं।


सुनो गौर से दुनिया वालों
बुरी नज़र ना हम पे डालो
सुनो गौर से दुनिया वालों
बुरी नज़र ना हम पे डालो
चाहे जितना जोर लगालो
सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी
हिंदुस्तानी… हिंदुस्तानी…


सुनो गौर से दुनिया वालों
बुरी नज़र ना हम पे डालो
चाहे जितना जोर लगालो
सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी
हिंदुस्तानी… हिंदुस्तानी…


हमने कहा है… तुम भी कहो
हमने कहा है जो तुम भी कहो


आओ हम मिल-जुल के बोलें अब तो यारा
अपना जहाँ है सबसे प्यारा
आओ हम मिल-जुल के बोलें अब तो यारा
अपना जहां है सबसे प्यारा
हमने कहा है जो तुम भी कहो
जलते शरारें हैं पानी के धारे हैं
हम काटे कटते नहीं
जो वादा करते हैं करके निभाते हैं
हम पीछे हटते नहीं
वक्त है उम्र है जोश है और जान है
ना झुकें ना मिटें देश तो अपनी शान है
वक्त है उम्र है जोश है और जान है
ना झुकें ना मिटें देश तो अपनी शान है
हमने कहा है जो तुम भी कहो


सुनो गौर से दुनिया वालों
बुरी नज़र ना हम पे डालो
चाहे जितना जोर लगालो
सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी
हिंदुस्तानी… हिंदुस्तानी