हरतालिका तीज 2025: व्रत की विधि और महत्व
हरतालिका तीज का पर्व इस वर्ष 26 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। यह व्रत पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है। महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं और रातभर जागरण करती हैं। इस लेख में जानें व्रत के नियम, पूजा विधि और इसके महत्व के बारे में।
Aug 25, 2025, 10:44 IST
हरतालिका तीज का पर्व
इस वर्ष हरतालिका तीज का पर्व 26 अगस्त 2025, मंगलवार को मनाया जाएगा। यह व्रत पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और अखंड सौभाग्य के लिए किया जाता है। इस दिन महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं और रातभर जागरण करती हैं। यह व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद करता है।व्रत के नियम
- निर्जला उपवास: इस दिन महिलाएं बिना पानी के उपवास करती हैं, लेकिन अगर अत्यधिक प्यास लगे तो रात 12 बजे के बाद थोड़ा पानी पी सकती हैं।
- रात्रि जागरण: इस व्रत में रातभर जागना आवश्यक है। भजन-कीर्तन करते हुए भगवान शिव और माता पार्वती का स्मरण करना चाहिए।
- चार प्रहर की पूजा: इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की चार प्रहर पूजा की जाती है।
- सोलह श्रृंगार: व्रत करने वाली महिलाओं को सोलह श्रृंगार करना चाहिए, जैसे चूड़ियां पहनना और सिंदूर लगाना।
- शुभ रंग: हरे और लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। काले रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए।
- सकारात्मक माहौल: पति-पत्नी के बीच किसी भी विवाद से बचना चाहिए, क्योंकि इससे व्रत का प्रभाव कम हो सकता है।
- मासिक धर्म: यदि कोई महिला मासिक धर्म में है, तो वह व्रत नहीं कर सकती, लेकिन मानसिक पूजा कर सकती है।
- व्रत खोलना: व्रत 27 अगस्त 2025 को सुबह खोला जाएगा, जिसका समय लगभग 5:40 से 7:05 बजे के बीच है।
पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें।
- घर के मंदिर में दीप जलाकर व्रत का संकल्प लें।
- भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की मिट्टी या रेत से बनी प्रतिमा स्थापित करें।
- पूजा सामग्री जैसे फल, फूल, दीपक, मिठाई आदि एकत्रित करें।
- गणेश जी का पूजन करें और फिर भगवान शिव और माता पार्वती का अभिषेक करें।
- भगवान को भोग लगाएं और आरती करें।
- रातभर जागरण करें और भजन-कीर्तन करें।
- अगले दिन स्नान के बाद व्रत खोलें।
यह व्रत श्रद्धा और विधि-विधान से करने पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है।