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Starlink का भारत में आगमन: सैटेलाइट इंटरनेट सेवा की नई शुरुआत

एलन मस्क की स्पेसएक्स ने भारत में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा की शुरुआत की है, जो दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इस सेवा के तहत रेजिडेंशियल प्लान की मासिक फीस 8,600 रुपये है, जिसमें अनलिमिटेड डेटा और 30 दिनों का फ्री ट्रायल शामिल है। जानें इस सेवा के सेटअप, विश्वसनीयता और संभावित प्रभाव के बारे में।
 

स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा


नई दिल्ली: एलन मस्क की स्पेसएक्स ने भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा, स्टारलिंक, की शुरुआत की घोषणा की है। कंपनी ने एक विशेष वेबसाइट लॉन्च की है, जहां रेजिडेंशियल प्लान की जानकारी उपलब्ध है। यह सेवा उन क्षेत्रों के लिए अत्यंत उपयोगी होगी, जहां पारंपरिक ब्रॉडबैंड या मोबाइल नेटवर्क की पहुंच नहीं है।


प्लान की कीमत और जानकारी

स्टारलिंक की आधिकारिक वेबसाइट (starlink.com/in) पर रेजिडेंशियल प्लान की मासिक लागत 8,600 रुपये निर्धारित की गई है। यह प्लान अनलिमिटेड डेटा प्रदान करता है और इसकी वैधता एक महीने की होती है। इसके अलावा, हार्डवेयर किट (डिश और राउटर) के लिए एक बार में 34,000 रुपये का भुगतान करना होगा। नए उपयोगकर्ताओं को 30 दिनों का फ्री ट्रायल भी मिलेगा, जिसमें यदि सेवा संतोषजनक नहीं रही, तो पूरा रिफंड का आश्वासन है।


सरल सेटअप और उच्च विश्वसनीयता

कंपनी का दावा है कि सेटअप प्रक्रिया बेहद आसान है; बस प्लग इन करें और इंटरनेट चालू करें। यह सिस्टम सभी मौसमों में कार्यशील रहेगा, जिसमें 99.9% से अधिक अपटाइम की गारंटी है। उच्च गति की कनेक्टिविटी मिलेगी, जो वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन कक्षाओं और वर्क फ्रॉम होम के लिए आदर्श है। स्टारलिंक ने महाराष्ट्र जैसे राज्यों के साथ साझेदारी की है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी पहुंच बढ़ सके।


सरकारी मंजूरी के बाद का कदम

भारत सरकार ने जुलाई 2025 में स्टारलिंक को पांच साल का लाइसेंस प्रदान किया था। अब गेटवे स्टेशनों का निर्माण चंडीगढ़, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और नोएडा में किया जा रहा है। हालांकि, व्यावसायिक लॉन्च के लिए कुछ और अनुमतियों की आवश्यकता है। स्टारलिंक को जियो-एसईएस और यूटेलसैट वनवेब जैसे प्रतिस्पर्धियों का सामना करना पड़ेगा।


इसका प्रभाव क्या होगा?

यह प्लान भारत के 70% कनेक्टिविटी गैप को भरने में सहायक हो सकता है। हालांकि, 8,600 रुपये की मासिक फीस मिडिल क्लास के लिए एक चुनौती हो सकती है। फिर भी, फ्री ट्रायल के माध्यम से उपयोगकर्ता सेवा का परीक्षण कर सकेंगे। स्टारलिंक का भारत में आगमन डिजिटल इंडिया को नई गति प्रदान करेगा।