उत्तर प्रदेश में नई रेलवे परियोजनाओं का आगाज़: 240 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण
नई रेलवे परियोजनाओं का विस्तार
उत्तर प्रदेश: राज्य में रेल नेटवर्क से संबंधित कई नई परियोजनाएं चल रही हैं, और कुछ नई योजनाओं पर कार्य प्रारंभ होने वाला है। आने वाले समय में पूर्वांचल के निवासियों को रेलवे के बड़े प्रोजेक्ट से लाभ मिलने की उम्मीद है। इस संदर्भ में, प्रदेश में एक नई रेलवे लाइन बिछाने की प्रक्रिया तेज हो गई है, जिससे पांच जिलों को नई रेल सेवा का लाभ मिलेगा। यह नया रेलवे मार्ग 240 किलोमीटर लंबा होगा, जिससे दूरदराज के क्षेत्रों में रेलवे सेवाएं उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही, एक रेलवे स्टेशन को जंक्शन के रूप में विकसित किया जाएगा.
प्रस्तावित रेल लाइन की जानकारी
बहराइच-खलीलाबाद रेलवे परियोजना
इस परियोजना के धरातल पर आने के बाद, राज्य के कई जिलों के हजारों लोग सस्ते और सुविधाजनक रेलवे सफर का लाभ उठा सकेंगे। रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। बहराइच-खलीलाबाद रेलवे परियोजना के दूसरे चरण में श्रावस्ती जिले में 535.50 हेक्टेयर भूमि का सत्यापन कार्य पूरा हो चुका है। अब अंतिम प्रस्ताव रेलवे मंत्रालय को भेजा गया है। यह रेल लाइन उतरौला से शुरू होकर बलरामपुर, श्रावस्ती, भिनगा होते हुए बहराइच तक जाएगी.
रेलवे रूट का विस्तार
नई रेलवे लाइन का विवरण
यह नई रेलवे लाइन श्रावस्ती जिले में 41 किलोमीटर और बलरामपुर जिले में 48 किलोमीटर लंबी होगी। यह श्रावस्ती जिले की तीन तहसीलों के 38 गांवों से होकर गुजरेगी। अधिकारियों ने बताया कि भूमि सत्यापन रिपोर्ट रेलवे मंत्रालय को भेजी जा चुकी है। अंतिम प्रकाशन के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बलरामपुर रेलवे स्टेशन को जंक्शन के रूप में विकसित किया जा सकता है, और बहराइच तथा श्रावस्ती में 10 नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण भी प्रस्तावित है.
परियोजना की समयसीमा
समाप्ति की समयसीमा
इस रेलवे परियोजना को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 1970 के बाद से खलीलाबाद-सिद्धार्थ नगर-बलरामपुर रेलवे लाइन की मांग जोर पकड़ रही थी। इस परियोजना के लिए कई आंदोलन और धरना प्रदर्शन हुए, जिसके बाद इसे मंजूरी मिली। नई रेलवे लाइन के निर्माण से न केवल यात्रा की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि नए रेलवे स्टेशनों के निर्माण से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे.