कामचटका में 7.0 तीव्रता का भूकंप: सुनामी की चेतावनी और ज्वालामुखी विस्फोट
रूस में भूकंप और सुनामी की चेतावनी
Earthquake in Russia: रूस के सुदूर पूर्व में कामचटका क्षेत्र और कुरील द्वीप समूह में रविवार को 7.0 की तीव्रता वाला भूकंप आया। इसके बाद, आपातकालीन सेवा मंत्रालय ने तीन क्षेत्रों में संभावित सुनामी लहरों के लिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मंत्रालय ने टेलीग्राम पर कहा, 'लहरों की ऊंचाई कम रहने की संभावना है, लेकिन तट से दूर रहना आवश्यक है।' प्रशांत सुनामी चेतावनी प्रणाली ने भूकंप के बाद कोई चेतावनी जारी नहीं की है, जबकि अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने भी भूकंप की तीव्रता 7.0 मापी है। इस बीच, रूस की सरकारी समाचार एजेंसी और वैज्ञानिकों ने बताया कि कामचटका का क्रशेनिनिकोव ज्वालामुखी 600 वर्षों में पहली बार रात में विस्फोट हुआ है। इस आपदा श्रृंखला में पिछले सप्ताह आए भूकंप और कामचटका प्रायद्वीप के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी क्ल्युचेव्स्कॉय का विस्फोट भी शामिल है।
कामचटका में सुनामी की चेतावनी
कामचटका में भूकंप और सुनामी की चेतावनी
रूस के आपातकालीन सेवा मंत्रालय ने भूकंप के बाद कामचटका के तीन क्षेत्रों में संभावित सुनामी लहरों के बारे में जानकारी दी है। मंत्रालय के अनुसार, लहरों की ऊंचाई कम होने के बावजूद तटीय क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने और तट से दूर रहने की सलाह दी गई है। इस क्षेत्र में कुरील द्वीप समूह है, जो कामचटका प्रायद्वीप के दक्षिणी छोर तक फैला हुआ है। प्रशांत सुनामी चेतावनी प्रणाली ने भूकंप के बाद किसी भी तरह की सुनामी चेतावनी जारी नहीं की है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने भी भूकंप की तीव्रता को 7.0 मापा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस तरह के तीव्र भूकंप के बाद भी सुनामी की आशंका को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
कामचटका के ज्वालामुखी में विस्फोट
कामचटका के ज्वालामुखी में 600 साल बाद हुआ विस्फोट
रूस के वैज्ञानिकों ने बताया कि क्रशेनिनिकोव ज्वालामुखी, जो कामचटका क्षेत्र में स्थित है, ने 600 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद पहली बार रात में विस्फोट किया। यह घटना पिछले सप्ताह आए भीषण भूकंप से जुड़ी हो सकती है। इसके अलावा, कामचटका प्रायद्वीप के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी क्ल्युचेव्स्कॉय में भी हाल ही में विस्फोट हुआ था, जिससे इस क्षेत्र की भूकंपीय और ज्वालामुखीय गतिविधि में वृद्धि हुई है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि आने वाले हफ्तों में इस क्षेत्र में तेज भूकंप आ सकते हैं.
सुदूर पूर्व में खतरा बढ़ता जा रहा है
सुदूर पूर्व में बढ़ता खतरा
पिछले सप्ताह सुदूर पूर्व रूस में आए भीषण भूकंप के कारण फ्रेंच पोलिनेशिया और चिली जैसे दूरदराज के देशों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी। इस भूकंप ने कामचटका प्रायद्वीप और कुरील द्वीप समूह के भूगर्भीय स्थिरता को प्रभावित किया है। रूसी वैज्ञानिकों ने पहले ही इस क्षेत्र में आगामी तीव्र भूकंप के झटकों की आशंका जताई है, जिससे स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं सतर्क हैं.