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डिस्पोजेबल डोमेन्स स्कैम: साइबर ठगी से बचने के उपाय

डिस्पोजेबल डोमेन्स स्कैम एक नया खतरा है, जिसमें साइबर अपराधी असली वेबसाइट्स की नकल करके लोगों को धोखा दे रहे हैं। गृह मंत्रालय ने इस पर चेतावनी जारी की है। जानें कि कैसे इन फर्जी डोमेन्स की पहचान करें और सुरक्षित रहने के उपाय क्या हैं। यह जानकारी आपको ऑनलाइन ठगी से बचाने में मदद करेगी।
 

डिस्पोजेबल डोमेन्स स्कैम

डिस्पोजेबल डोमेन्स स्कैम: साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है, और ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जहां एक ओर डिजिटल धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं अब एक नया तरीका भी सामने आया है। साइबर अपराधी अब डिस्पोजेबल डोमेन्स का उपयोग कर रहे हैं, जिससे वे लोगों को ठगने में सफल हो रहे हैं.


गृह मंत्रालय के अंतर्गत @Cyberdost ने इस विषय पर चेतावनी जारी की है। उनका कहना है कि यह एक ऐसा जाल है जो बहुत जल्दी इंटरनेट पर सक्रिय हो जाता है और लोगों की व्यक्तिगत जानकारी चुराकर गायब हो जाता है.


डिस्पोजेबल डोमेन्स क्या हैं?

डिस्पोजेबल डोमेन्स वे वेबसाइट्स होती हैं, जिन्हें केवल कुछ घंटों या एक दिन के लिए बनाया जाता है। ये वेबसाइट्स देखने में असली लगती हैं और इन्हें मौलिक वेबसाइट्स की तरह कॉपी किया जाता है। जब लोग इन पर खरीदारी करते हैं या जानकारी भरते हैं, तो वे धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं.


फर्जी डोमेन्स की पहचान कैसे करें:

इन वेबसाइटों के यूआरएल पर ध्यान देना आवश्यक है। यदि किसी डोमेन में “.click”, “.buzz”, या “.monster” जैसे शब्द हैं, तो आपको सतर्क रहना चाहिए। यदि वेबसाइट के नाम या स्पेलिंग में कोई त्रुटि है, तो वह फर्जी हो सकती है, जैसे Gooogle या Amaazon। इस तरह के लिंक अक्सर एसएमएस, ईमेल या सोशल मीडिया के माध्यम से भेजे जाते हैं.


इनका मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्ता की जानकारी चुराना है। ये वेबसाइट्स आपके पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड की जानकारी चुराने के साथ-साथ आपके मोबाइल या कंप्यूटर में वायरस भी डाल सकती हैं। नकली ऑफर्स और भारी छूट के लालच में लोग ऐसी वेबसाइट्स पर भरोसा कर लेते हैं और अपना धन खो देते हैं.


साइबर अपराधियों के लिए ये डोमेन्स क्यों फायदेमंद हैं?

इन डोमेन्स को खरीदना बेहद सस्ता होता है और इनका सेटअप करना आसान है। एक बार में सैकड़ों नकली वेबसाइट्स बनाई जा सकती हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन वेबसाइट्स को ट्रेस करना बहुत मुश्किल होता है, जिससे अपराधी आसानी से बच निकलते हैं.


सुरक्षित रहने के उपाय:

  • किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें

  • केवल विश्वसनीय वेबसाइट से ही खरीदारी करें

  • URL को ध्यान से पढ़ें और उसमें मौजूद शब्दों पर संदेह करें

  • यदि कोई डील बहुत अच्छी लगती है, तो दोबारा सोचें