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ब्रिटेन से अरबपतियों का पलायन: जॉन फ्रेड्रिक्सन का UAE में कारोबार स्थानांतरण

ब्रिटेन के अरबपति जॉन फ्रेड्रिक्सन ने लंदन छोड़कर यूएई में अपने कारोबार को स्थानांतरित कर दिया है, यह कहते हुए कि "ब्रिटेन नरक बन गया है।" उनकी संपत्ति 18 अरब डॉलर है और वे नॉर्वे के शिपिंग उद्योग के दिग्गज हैं। उन्होंने ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति की आलोचना की और नॉन-डॉम टैक्स नीति के समाप्त होने के बाद कई अन्य अरबपतियों के पलायन की बात की। जानें उनके जीवन और व्यवसाय के बारे में और भी जानकारी।
 

जॉन फ्रेड्रिक्सन का यूएई में कारोबार स्थानांतरण

ब्रिटेन के नौवें सबसे अमीर अरबपति, जॉन फ्रेड्रिक्सन, ने लंदन को छोड़कर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में अपने व्यवसाय को स्थानांतरित कर दिया है। उन्होंने यह दावा किया कि "ब्रिटेन नरक बन गया है।" नॉर्वे के शिपिंग उद्योग के दिग्गज फ्रेड्रिक्सन उन धनाढ्यों में शामिल हैं, जो लंदन से पलायन कर रहे हैं।


फ्रेड्रिक्सन की आलोचना

81 वर्षीय फ्रेड्रिक्सन, जिनकी कुल संपत्ति 18 अरब डॉलर है, लंदन के चेल्सी क्षेत्र में द ओल्ड रेक्ट्री जैसे भव्य आवास के मालिक हैं। एक मीडिया चैनल के साथ बातचीत में, उन्होंने ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति की आलोचना की। उन्होंने कहा, "यह मुझे नॉर्वे की याद दिलाता है। ब्रिटेन नरक बन गया है, नॉर्वे की तरह। मैं नॉर्वे से जितना संभव हो सके बचता हूं।" उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के संदर्भ में ब्रिटेन की व्यापार नीतियों को "पूरी तरह निराशाजनक" बताया।


नॉन-डॉम टैक्स नीति का प्रभाव

फ्रेड्रिक्सन उन कई धनाढ्यों में से एक हैं, जिन्होंने यूके में नॉन-डॉम टैक्स व्यवस्था समाप्त होने के बाद देश छोड़ा। यह नीति विदेशी मूल के व्यवसायियों को उनकी विदेशी संपत्ति और आय पर यूके में कर छूट देती थी। 6 अप्रैल को इस नीति के समाप्त होने के बाद कई अरबपति लंदन छोड़ चुके हैं।


जॉन फ्रेड्रिक्सन का परिचय

ओस्लो में एक वेल्डर के बेटे के रूप में जन्मे फ्रेड्रिक्सन ने 1978 में नॉर्वे छोड़कर तेल उद्योग में अपनी किस्मत बनाई। उन्होंने 1960 के दशक में बेरूत में तेल व्यापार शुरू किया और 1970 के दशक में शिपिंग में कदम रखा। 1980 के दशक में ईरान-इराक युद्ध के दौरान उनकी संपत्ति में वृद्धि हुई, जब वे 70 से अधिक तेल टैंकरों के मालिक बन गए। उनकी जुड़वां बेटियां, कैथरीन और सेसिली, हैं, और उनका परिवार तेल रिग और सैल्मन फार्मिंग में बड़े निवेशक हैं। 2001 में उन्होंने चेल्सी में 37 मिलियन पाउंड में एक हवेली खरीदी, जिसकी वर्तमान कीमत 250 मिलियन पाउंड तक पहुंच गई है।


अन्य अरबपतियों का पलायन

फ्रेड्रिक्सन के अलावा, नॉर्वे के अन्य अरबपति जैसे हेलेन ओडफजेल और पीटर टी स्मेडविग ने भी इस वर्ष लंदन छोड़ा है। स्टैंडर्ड यूके के अनुसार, स्टील टाइकून लक्ष्मी मित्तल भी टैक्स छूट समाप्त होने के कारण लंदन छोड़ रहे हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 तक यूके 16,500 उच्च संपत्ति वाले व्यक्तियों को खो सकता है, जो किसी भी देश में सबसे अधिक है।