भारत की पहली MSME कंपनी ने वंदे भारत के पहिए बनाने का ऑर्डर जीता
MSME कंपनी की नई उपलब्धि
भारत की तेज़ रफ्तार ट्रेन वंदे भारत और अत्याधुनिक LHB कोच के पहिए अब एक भारतीय छोटी कंपनी द्वारा बनाए जाएंगे। यह कंपनी देश की पहली MSME बन गई है जिसे इस तरह का बड़ा ऑर्डर प्राप्त हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि इस कंपनी के शेयर की कीमत वर्तमान में 100 रुपये से कम है, जिससे निवेशकों का ध्यान इस पर केंद्रित हो गया है।अब तक, रेलवे वंदे भारत और LHB कोच के पहिए विदेशी कंपनियों से मंगवाते थे या कुछ बड़ी कंपनियां ही इस कार्य को करती थीं। लेकिन अब यह जिम्मेदारी एक घरेलू MSME को दी गई है, जो 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
इस कंपनी ने उच्च गुणवत्ता वाले ट्रेन पहियों का निर्माण करने की क्षमता प्रदर्शित की है और रेलवे के सभी तकनीकी मानकों को पूरा किया है। यह इस बात का प्रमाण है कि देश की छोटी कंपनियां भी बड़े और तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट्स को संभालने में सक्षम हैं।
रेलवे मंत्रालय ने इस पहल को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। इससे देश में रेलवे उपकरणों के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा और नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
इस खबर के बाद, शेयर बाजार में इस कंपनी के शेयरों में हलचल देखी गई है। निवेशकों को उम्मीद है कि भविष्य में इस कंपनी को और भी बड़े ऑर्डर मिल सकते हैं। यह सफलता छोटे उद्यमों के लिए प्रेरणा का स्रोत है कि सही तकनीक, मेहनत और गुणवत्ता के साथ वे भी देश की बड़ी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।