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भारत ने पाकिस्तान को पीछे छोड़ते हुए बढ़ाई नाभिकीय वारहेड्स की संख्या

भारत ने अपनी नाभिकीय वारहेड्स की संख्या को बढ़ाकर 180 कर दिया है, जिससे वह पाकिस्तान से आगे निकल गया है, जिसकी संख्या 170 पर स्थिर है। SIPRI की रिपोर्ट में भारत की नाभिकीय क्षमता में वृद्धि और नए डिलीवरी सिस्टम के विकास का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट में पाकिस्तान की स्थिति और भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' का भी जिक्र है। जानें इस रिपोर्ट में और क्या महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।
 

भारत की नाभिकीय क्षमता में वृद्धि

भारत ने अपनी नाभिकीय वारहेड स्टॉकपाइल को 180 तक बढ़ा दिया है, जिससे वह पाकिस्तान से आगे निकल गया है, जिसकी संख्या 170 पर स्थिर है। यह जानकारी स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की हालिया रिपोर्ट में सामने आई है।


SIPRI रिपोर्ट के महत्वपूर्ण तथ्य

रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पास 2024 में 172 वारहेड्स थे, जिन्हें इस वर्ष 8 और जोड़कर 180 किया गया है। ये सभी वारहेड्स तत्काल तैनाती के लिए उपलब्ध हैं। वहीं, पाकिस्तान की स्टॉकपाइल में कोई बदलाव नहीं आया है।


भारत की नाभिकीय क्षमता का विस्तार

SIPRI ने बताया कि भारत ने 2025 में अपनी नाभिकीय क्षमता में मामूली वृद्धि की है और नए डिलीवरी सिस्टम, जैसे कि कैनिस्टराइज्ड मिसाइलों का विकास जारी रखा है। ये मिसाइलें शांति काल में भी कई वारहेड्स को सुरक्षित रख सकती हैं।


पाकिस्तान की स्थिति

रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि पाकिस्तान ने नए डिलीवरी सिस्टम और फिसाइल सामग्री के संचय पर ध्यान केंद्रित किया है, लेकिन उसकी कुल स्टॉकपाइल में कोई वृद्धि नहीं हुई है। SIPRI ने भारत की विविध डिलीवरी क्षमताओं को रेखांकित किया है, जो उसे पाकिस्तान की तुलना में अधिक विश्वसनीय 'सेकंड स्ट्राइक' क्षमता प्रदान करती हैं।


ऑपरेशन सिंदूर और नाभिकीय कूटनीति

यह रिपोर्ट उस समय आई है जब भारत ने अप्रैल 2025 में 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी कैंपों पर हमला किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राष्ट्र-सेवा संबोधन में कहा था कि भारत परमाणु ब्लैकमेल के तहत संचालित आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाएगा।


वैश्विक नाभिकीय परिदृश्य

SIPRI की 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में कुल 12,241 नाभिकीय वारहेड्स हैं, जिनमें से 9,614 स्टॉकपाइल में और 3,912 तैनात हैं। अमेरिका और रूस के पास 90% वारहेड्स हैं, जबकि चीन के पास 600 वारहेड्स हैं। भारत तेजी से एक उभरती हुई परमाणु शक्ति के रूप में उभर रहा है।