लखनऊ में स्मार्ट मीटरों से उपभोक्ताओं को मिल रहे गलत बिल
स्मार्ट मीटरों की समस्या
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लेसा द्वारा स्थापित स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। इन मीटरों से प्राप्त गलत रीडिंग के कारण कई घरों में अत्यधिक बिजली बिल भेजे गए हैं। विशेष रूप से, वे उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं जिनके पास सोलर कनेक्शन है, फिर भी उन्हें भारी बिल थमाए गए हैं।राजाजीपुरम के निवासी विजय कुमार को अगस्त में 19,371 रुपये का बिल मिला, जबकि जांच के बाद सही राशि 3,929 रुपये निकली। इसी क्षेत्र की सावित्री देवी को सोलर कनेक्शन होने के बावजूद 75,060 रुपये का बिल थमाया गया, जो बाद में घटकर 4,370 रुपये रह गया।
चिनहट क्षेत्र में कई उपभोक्ताओं ने मीटर रीडिंग और बिल में भारी अंतर पाया। ओमप्रकाश के खाते में 24,334 यूनिट का बिल था, जबकि वास्तविक मीटर रीडिंग 17,172 यूनिट थी। इसी तरह विजय कुमार शाह, बंशीलाल, अलताफ अहमद और शोम दत्त के मामलों में भी मीटर और बिल की रीडिंग में हजारों यूनिट का अंतर देखा गया।
राजाजीपुरम, अहिरनखेड़ा और आसपास के क्षेत्रों से भी कई उपभोक्ता सामने आए हैं। उर्मिला को तीन किलोवाट सोलर कनेक्शन होते हुए भी 25,400 रुपये का बिल भेजा गया। अहिरनखेड़ा के अजय कुमार को चार किलोवाट लोड पर 12,632 रुपये और अरुण कुमार को तीन किलोवाट लोड पर 12,700 रुपये का बिल मिला।
व्यापारी भी इस समस्या से परेशान हैं। उत्तर प्रदेश अपना व्यापार मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारी अजय यादव ने अधीक्षण अभियंता मुकेश त्यागी से मुलाकात की और कहा कि नए स्मार्ट मीटर लगने के बाद राजाजीपुरम, ऐशबाग और अपट्रॉन जैसे क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को दोगुने से अधिक बिल मिल रहे हैं। अभियंता ने पूरे मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया।