कंबोडिया-थाईलैंड सीमा विवाद: क्या है स्थिति और भारत की एडवाइजरी?
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच बढ़ता तनाव
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा विवाद ने हालात को गंभीर मोड़ दे दिया है। दोनों देशों में लगातार दूसरे दिन घातक झड़पें हुईं, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। कंबोडिया के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत ने शुक्रवार को बिना शर्त युद्धविराम की मांग की है। वहीं, थाईलैंड ने बातचीत के लिए तत्परता दिखाई है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक
गुरुवार को सीमा विवाद तब और बढ़ गया जब दोनों देशों ने एक-दूसरे पर जेट विमानों, टैंकों, तोपों और पैदल सैनिकों के साथ हमले किए। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस संकट पर चर्चा करने के लिए एक आपात बैठक बुलाई। यह बैठक कंबोडिया और थाईलैंड के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आयोजित की गई।
कंबोडिया के प्रतिनिधि चिया केओ ने बैठक के बाद कहा कि उनका देश बिना किसी शर्त के युद्धविराम चाहता है और सीमा विवाद का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। शुक्रवार को भी कंबोडियाई क्षेत्र, विशेषकर ओद्दार मींची प्रांत में तोपों की आवाजें सुनाई दीं, जिसमें एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हुए।
भारतीय दूतावास की यात्रा एडवाइजरी
इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच, थाईलैंड में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए यात्रा एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने सात सीमावर्ती प्रांतों की यात्रा से बचने की सलाह दी है। यह एडवाइजरी गुरुवार को हुई झड़पों के बाद जारी की गई, जिसमें कम से कम 15 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकांश आम नागरिक थे।
दूतावास ने यह भी कहा कि जो भारतीय नागरिक थाईलैंड की यात्रा कर रहे हैं, उन्हें थाई सरकारी वेबसाइटों जैसे TAT न्यूजरूम से लगातार आधिकारिक जानकारी लेते रहना चाहिए ताकि वे किसी भी खतरे से बच सकें।