कोझिकोड विमान हादसे का चमत्कार: 22 साल पुरानी कहानी का रहस्य
एक अद्भुत संयोग
दुनिया में कुछ घटनाएं इतनी अजीब होती हैं कि उन पर विश्वास करना कठिन हो जाता है। हाल ही में एक ऐसी कहानी सामने आई है, जो दो अलग-अलग विमान दुर्घटनाओं को एक रहस्यमय धागे से जोड़ती है। यह कहानी कोझिकोड विमान हादसे में बचे एक यात्री की है, जिसने 22 साल पहले हुए एक अन्य हादसे की यादें ताजा कर दी हैं। जानकारी के अनुसार, कोझिकोड में सुरक्षित बचे यात्री ने सीट 11A पर बैठकर यात्रा की, जबकि 1998 में एक थाई अभिनेता भी इसी सीट पर बैठकर एक भयानक विमान दुर्घटना से बच गया था।यह कहानी थाईलैंड के प्रसिद्ध अभिनेता और गायक रुआंगसाक लॉयचुसाक (Ruangsak Loychusakul) की है। 1998 में, जब वह केवल 20 वर्ष के थे, वह थाई एयरवेज की फ्लाइट 261 में यात्रा कर रहे थे। वह सूरत थानी में एक कॉन्सर्ट से लौट रहे थे, जब खराब मौसम के कारण उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उस हादसे में 101 लोगों की जान गई, लेकिन 45 लोग चमत्कारिक रूप से बच गए, जिनमें रुआंगसाक भी शामिल थे।
जब रुआंगसाक ने कोझिकोड में एयर इंडिया एक्सप्रेस के हादसे की खबर सुनी और जाना कि इस बार भी सीट 11A पर बैठा एक यात्री बच गया, तो वह चकित रह गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे "चमत्कार" बताया और लिखा, "जब मैंने यह खबर देखी तो मैं हैरान रह गया। यह एक और चमत्कार है। मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं।"
1998 का वह हादसा रुआंगसाक के जीवन को हमेशा के लिए बदल गया। उन्होंने बाद में लोगों को उड़ान के डर से उबरने में मदद करने के लिए एक फ्लाइट अटेंडेंट ट्रेनर के रूप में भी काम किया। यह अद्भुत संयोग हमें जीवन के उन रहस्यों के बारे में सोचने पर मजबूर करता है, जिन्हें हम शायद कभी पूरी तरह से समझ नहीं पाएंगे। यह कहानी केवल एक संयोग नहीं, बल्कि मानव जीवन की अद्भुत जुझारूपन और उम्मीद की भी कहानी है।