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कोटा में चमत्कार: खेलते समय गोली लगने से बचा 17 वर्षीय लड़का

राजस्थान के कोटा में एक 17 वर्षीय लड़के को खेलते समय गोली लग गई, जो उसके कान के पास से निकल गई। चमत्कारिक रूप से उसकी जान बच गई। यह घटना न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि यह जीवन में चमत्कारों की संभावना को भी उजागर करती है। जानें इस अद्भुत घटना के बारे में विस्तार से, जिसमें डॉक्टरों ने भी हैरानी जताई।
 

अविश्वसनीय घटना कोटा में

कोटा: क्या सच में जीवन में चमत्कार होते हैं? राजस्थान के कोटा से आई एक अद्भुत घटना ने इस प्रश्न को सही साबित कर दिया है। यहां एक 17 वर्षीय लड़के को खेलते समय गोली लग गई, जो उसके कान के पास से निकलकर दूसरी ओर चली गई, लेकिन चमत्कारिक रूप से उसकी जान बच गई। इस घटना को सुनकर या देखकर किसी को भी विश्वास करना मुश्किल हो रहा है।


यह असाधारण घटना पिछले शनिवार को कोटा जिले के रामगंजमंडी थाना क्षेत्र में हुई। 10वीं कक्षा का छात्र श्लोक गुर्जर अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था, तभी अचानक वह गिर पड़ा और बेहोश हो गया, उसके कान से खून बहने लगा। परिजनों ने इसे खेल के दौरान लगी चोट समझकर उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां सामान्य उपचार के बाद वह ठीक हो गया और सामान्य गतिविधियों में लौट आया।


हालांकि, माता-पिता ने आगे के उपचार के लिए झालावाड़ जिला अस्पताल के एक चिकित्सक से परामर्श किया, जिन्होंने लड़के के मुंह में कुछ अजीब देखा और कोटा के एक विशेषज्ञ से सलाह लेने की सलाह दी। यह मामला दो दिन बाद कोटा के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ. मामराज अग्रवाल के पास पहुंचा, जिन्होंने एक्स-रे देखकर हैरानी जताई।


डॉ. मामराज ने बताया, "हमने गुरुवार को गाल में फंसी गोली को निकालने के लिए सर्जरी की। अपने 38 साल के करियर में मैंने ऐसा मामला पहले कभी नहीं देखा। गोली कान से अंदर गई, खोपड़ी के निचले हिस्से को चीरते हुए दाहिने जबड़े से गुजरी और मांस में फंस गई। अगर गोली का स्थान 1 या 2 मिमी ऊपर या नीचे होता, तो मरीज की जान जा सकती थी, क्योंकि दोनों तरफ रक्त वाहिकाएं मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करती हैं।"


घटना के बाद तीन दिनों तक लड़का डरा हुआ रहा और उसने यह नहीं बताया कि उसे गोली लगी थी। लड़के के पिता सुरेश गुर्जर ने कहा कि झालावाड़ में चेहरे का एक्स-रे किया गया, जिसमें दंत चिकित्सक ने कुछ असामान्य चीजें देखी। उनकी सलाह पर वे बच्चे को कोटा ले आए। रास्ते में श्लोक ने बताया कि उस दिन गिरने से पहले उसने गोली चलने जैसी आवाज सुनी थी। रामगंजमंडी पुलिस स्टेशन के सर्कल इंस्पेक्टर मनोज सिकरवाल ने कहा कि यह किसी पिस्तौल की गोली है, जिसका खुलासा सर्जरी से हुआ है।