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क्या AI स्मार्टफोन को खुद चलाने में सक्षम है? ByteDance का नया प्रयोग

ByteDance ने एक नया स्मार्टफोन प्रोटोटाइप पेश किया है, जो AI द्वारा संचालित है। Nubia M153 नामक इस डिवाइस में Doubao AI एजेंट है, जो इंसानों की तरह फोन का संचालन कर सकता है। हालांकि, इसके साथ प्राइवेसी के मुद्दे भी उठ रहे हैं, क्योंकि AI बिना अनुमति के डेटा तक पहुंच सकता है। जानें इस तकनीक के फायदे और खतरों के बारे में।
 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नया आयाम


नई दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब केवल सवालों के उत्तर देने तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह आपके स्मार्टफोन को भी संचालित करने लगी है। चीन की ByteDance, जो TikTok की मूल कंपनी है, ने हाल ही में एक स्मार्टफोन प्रोटोटाइप पेश किया है, जिसने इंसानों की तरह फोन चलाने की क्षमता दिखाकर सबको हैरान कर दिया। Nubia M153 नामक इस डिवाइस में ByteDance का Doubao एआई एजेंट शामिल है, जो स्क्रीन को देख सकता है, ऐप्स खोल सकता है, बटन दबा सकता है, कॉल कर सकता है, संदेश टाइप कर सकता है और यहां तक कि टिकट भी बुक कर सकता है, बिना किसी यूजर के हस्तक्षेप के। यह एक भविष्य की झलक जैसा प्रतीत हुआ, लेकिन इसके साथ ही प्राइवेसी को लेकर चिंताएं भी उभरीं।


ByteDance का एआई प्रयोग

शेन्जेन के उद्यमी टेलर ओगन द्वारा साझा किए गए वीडियो के वायरल होते ही इस फुली एजेंटिक एआई के प्रभाव और सुरक्षा जोखिमों को लेकर चिंताएं तेजी से बढ़ गईं। रिपोर्टों के अनुसार, इसके बाद ByteDance ने सिस्टम की कुछ क्षमताओं को सीमित कर दिया और संवेदनशील फीचर्स तक एआई की पहुंच को रोक दिया, जब तक कि मजबूत सुरक्षा उपाय लागू नहीं हो जाते। यह प्रयोग दिखाता है कि एआई असिस्टेंट्स हमारे डिवाइस पर कितना नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं और यह नियंत्रण कैसा अनुभव कराता है।


ByteDance का बड़ा एआई प्रयोग


यह प्रोटोटाइप फोन ZTE की Nubia ब्रांड के सहयोग से विकसित किया गया था। इसमें एंड्रॉइड का कस्टमाइज्ड वर्जन और ByteDance का Doubao एक इन-हाउस बड़े भाषा मॉडल शामिल किया गया है। चीन में पहले से लोकप्रिय Doubao को एक ऐसे पर्सनल एजेंट के रूप में पेश किया गया है, जो ऑन-डिवाइस मल्टी-स्टेप कार्य भी स्वयं कर सकता है।


AI की क्षमताएं और प्राइवेसी के मुद्दे

यह किसी साधारण वॉयस असिस्टेंट की तरह नहीं है। Siri, Alexa या Google Assistant केवल वॉइस कमांड पर सीमित रहते हैं, जबकि Doubao फोन के इंटरफेस को देख सकता है और इंसान की तरह उसे संचालित कर सकता है। ओगन के डेमो में एआई को यह बताने की आवश्यकता नहीं थी कि कौन सी ऐप का उपयोग करना है; वह सीधे लक्ष्य को समझता था, जैसे ट्रेन टिकट बुक करना, और खुद ही ऐप खोलकर, स्क्रॉल करके, टाइप करके और टैप करते हुए प्रक्रिया को पूरा कर देता था।


यह तकनीक फुल-स्टैक कही गई क्योंकि यह सीधे ऑपरेटिंग सिस्टम स्तर पर काम करती है, न कि केवल ऐप-लेवल API पर। यही इसकी ताकत और विवाद दोनों का कारण है।


फिलहाल, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ByteDance का प्लान चीन की विभिन्न स्मार्टफोन कंपनियों को यह एआई एजेंट उपलब्ध कराने का है। ZTE इसमें सबसे पहले साझेदारों में शामिल है। फीचर कुछ Nubia हैंडसेट्स में आने की उम्मीद है, हालांकि काफी सीमित रूप में।


प्राइवेसी के खतरे

प्राइवेसी


फुली एजेंटिक स्मार्टफोन सुनने में भले ही शानदार लगे, लेकिन सवाल तुरंत उठता है कि क्या किसी एआई को आपके पूरे फोन पर नियंत्रण देना सुरक्षित है? जब एआई बिना अनुमति के आपकी स्क्रीन देख सके और आपके डेटा तक सीधा पहुंच सके, तो निजी संदेशों, पेमेंट जानकारी और व्यक्तिगत विवरणों का खतरा काफी बढ़ जाता है।


Apple से लेकर OpenAI तक सभी कंपनियां वर्चुअल असिस्टेंट्स को एजेंट बनाने की दौड़ में शामिल हैं, जिनका काम केवल जवाब देना नहीं, बल्कि कार्रवाई करना भी होगा। लेकिन जैसा Nubia M153 के साथ हुआ, जैसे ही एआई आपके फोन का उपयोग आपकी तरह करने लगता है, मददगार और दखल देने वाले के बीच की रेखा बेहद पतली हो जाती है।