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जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: टेबल टेनिस और योग में बिता रहे हैं समय

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अब वे अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं और टेबल टेनिस तथा योग में व्यस्त हैं। उनके अचानक इस्तीफे ने कई सवाल खड़े किए हैं, जिसमें राजनीतिक चर्चाएं भी शामिल हैं। जानें उनके इस्तीफे के पीछे की कहानी और आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी के बारे में।
 

जगदीप धनखड़ का अचानक इस्तीफा

जगदीप धनखड़: पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पिछले महीने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से वे सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए. अब खबर है कि धनखड़ अपने परिवार के साथ समय बिताने के साथ-साथ टेबल टेनिस खेलने और योग करने में व्यस्त हैं. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति पद छोड़ दिया था.


स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा

जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे अपने इस्तीफे में कहा था कि वे स्वास्थ्य कारणों और चिकित्सकीय सलाह का पालन करने के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं. उनकी उम्र 74 वर्ष है और उनका कार्यकाल 2027 तक चलना था. इतने बड़े पद से अचानक इस्तीफे ने राजनीतिक गलियारों में कई सवाल खड़े किए. 


टेबल टेनिस और योग में व्यस्त

जगदीप धनखड़ के करीबी सूत्रों के अनुसार वे उपराष्ट्रपति भवन में अपने स्टाफ और शुभचिंतकों के साथ नियमित रूप से टेबल टेनिस खेलते हैं. इसके अलावा, वे योग का अभ्यास भी करते हैं. धनखड़ ने टेबल टेनिस खेलने की शुरुआत उस समय की थी, जब वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे. एक सूत्र ने बताया कि वे अपनी यात्राओं से लौटने के बाद भी अपने स्टाफ के साथ टेबल टेनिस खेला करते थे. 


राजनीतिक चर्चाएं और सवाल

धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने कई तरह की अटकलों को जन्म दिया. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि धनखड़, जो पहले राज्यसभा में अपनी बात खुलकर रखते थे, अब पूरी तरह चुप हैं. उन्होंने इस इस्तीफे के पीछे कोई "बड़ी कहानी" होने का संकेत दिया. कुछ सूत्रों का कहना है कि धनखड़ ने विपक्षी नेताओं से दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग नोटिस राज्यसभा में लाने को कहा था, जबकि केंद्र सरकार चाहती थी कि यह नोटिस केवल लोकसभा में लाया जाए. 


उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी

धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होने वाला है. NDA ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि विपक्ष ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी को चुना है.