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पंजाब में 1,000 नए मेडिकल अधिकारियों की भर्ती की तैयारी

पंजाब सरकार ने सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए 1,000 नए मेडिकल अधिकारियों की भर्ती की योजना बनाई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि हर जिले से दो मेडिकल अधिकारियों को एडवांस्ड क्रिटिकल केयर की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह पहल मरीजों के लिए गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित करने और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है। जानें इस योजना के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

पंजाब सरकार का स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का प्रयास


पंजाब सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। इसी दिशा में, राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए 1,000 नए मेडिकल अधिकारियों की भर्ती करने जा रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हर जिले से कम से कम दो मेडिकल अधिकारियों को प्रमुख संस्थानों में एडवांस्ड क्रिटिकल केयर की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य आईसीयू और ट्रॉमा मामलों में प्रभावी प्रबंधन के लिए डॉक्टरों को नवीनतम कौशल से लैस करना है।


दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम का समापन

डॉ. बलबीर सिंह ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों और एम एल आर /पी एम पी एम आर विषय पर आयोजित दो दिवसीय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स (टी ओ टी) कार्यक्रम के समापन समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि यह पहल इमरजेंसी सेवाओं में गोल्डन ऑवर के दौरान शीघ्र उपचार को सुनिश्चित करके जीवनरक्षा की दर को बढ़ाने में मदद करेगी।


मरीजों के लिए समय की अहमियत

उन्होंने कहा कि हर सेकंड महत्वपूर्ण है और पंजाब सरकार गोल्डन ऑवर केयर में नए मानदंड स्थापित करेगी, ताकि कोई भी मरीज गुणवत्तापूर्ण उपचार से वंचित न रहे। उन्होंने एस टी ई एम आई प्रोजेक्ट का उदाहरण देते हुए बताया कि यह परियोजना दिल की बीमारियों के कारण मृत्यु दर को कम करने में सफल रही है। इस आयोजन में राज्य के सभी 23 जिलों से विशेषज्ञ डॉक्टरों की भागीदारी ने सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।


डॉ. बलबीर सिंह ने डॉक्टरों को स्वास्थ्य प्रणाली की रीढ़ बताया और कहा कि उनकी मेहनत और कौशल पंजाब को एक स्वस्थ राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार एक ऐसी स्वास्थ्य प्रणाली विकसित कर रही है जो समय पर रोकथाम, उपचार और पुनर्वास को प्राथमिकता देती है।