पुराने फोन खरीदने से पहले ये 5 बातें जरूर चेक करें!
सावधानी से करें सेकेंड-हैंड फोन की खरीदारी
यदि आप सेकेंड-हैंड या पुराना स्मार्टफोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में ऑनलाइन और ऑफलाइन बाजार में ऐसे कई फोन उपलब्ध हैं जो देखने में नए लगते हैं, लेकिन उनमें छिपी समस्याएं बाद में गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं।
IMEI नंबर की जांच करना आवश्यक
चोरी का फोन, खराब बैटरी, नकली पार्ट्स या ब्लैकलिस्टेड IMEI जैसी समस्याएं आम हैं। इसलिए, कुछ महत्वपूर्ण चीजों की जांच करके आप सुरक्षित खरीदारी कर सकते हैं। सबसे पहले, फोन का IMEI नंबर चेक करना अनिवार्य है। यह नंबर फोन की पहचान के लिए होता है। आप इसे किसी ऑनलाइन IMEI चेकर या सरकारी वेबसाइट पर डालकर देख सकते हैं कि फोन ब्लैकलिस्ट में है या नहीं।
कई बार चोरी के फोन भी बाजार में बिक जाते हैं। ऐसे फोन खरीदने पर कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, IMEI की जांच और उसकी स्थिति की पुष्टि करना सबसे पहला कदम होना चाहिए। फोन की भौतिक स्थिति का भी ध्यानपूर्वक निरीक्षण करें। बॉडी फ्रेम, स्क्रीन, कैमरा, बटन और चार्जिंग पोर्ट की अच्छी तरह से जांच करें। कई बार स्क्रीन को बदलकर या बॉडी को पॉलिश करके फोन को नया जैसा दिखाया जाता है। माइक्रो स्क्रैच, डेंट, कैमरा ग्लास का टूटना या स्क्रीन का रंग बदलना यह संकेत हैं कि फोन का अधिक उपयोग हुआ है या वह गिर चुका है।
बैटरी स्वास्थ्य की जांच
पुराने फोन में बैटरी स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय होता है। कमजोर बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है और ओवरहीटिंग की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। iPhone में आप सेटिंग से बैटरी स्वास्थ्य देख सकते हैं, जबकि Android में बैटरी साइकल काउंट और प्रदर्शन की जांच थर्ड-पार्टी टूल्स या सर्विस सेंटर की रिपोर्ट से की जा सकती है। चार्जिंग धीमी होना या फास्ट चार्जिंग का काम न करना भी खराब बैटरी के संकेत हैं।
कैमरा और स्पीकर की जांच
फोन खरीदते समय कैमरा, स्पीकर, कॉलिंग और नेटवर्क की पूरी जांच करें। कैमरे के सभी मोड और फोटो गुणवत्ता का परीक्षण करें। कॉलिंग के दौरान माइक्रोफोन और स्पीकर का परीक्षण करें। SIM डालकर नेटवर्क सिग्नल, 4G/5G कनेक्टिविटी और इंटरनेट स्पीड भी देखें, क्योंकि कई फोन में नेटवर्क IC की समस्या हो सकती है।
बॉक्स और वारंटी कार्ड की जांच
अंत में, बिल, बॉक्स और वारंटी कार्ड की जांच करें। ओरिजिनल बिल से फोन का असली मालिक पता चलता है और यदि वारंटी बची है, तो किसी भी तकनीकी समस्या पर सर्विस सेंटर से सहायता मिलती है। यदि बिल नहीं मिलता है, तो कम से कम बॉक्स और IMEI का मिलान करना आवश्यक है। चार्जर और केबल का भी परीक्षण करें ताकि नकली एक्सेसरीज से बचा जा सके।