भारत में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट: 3 अगस्त 2025 का अपडेट
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट
सोने और चांदी की दरें: अगस्त की शुरुआत में भारत में सोने की कीमतों में कमी आई है। 1 अगस्त को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹210 घटकर ₹99,820 प्रति 10 ग्राम हो गई। इसी प्रकार, 22 कैरेट सोने की कीमत ₹200 कम होकर ₹91,500 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। 18 कैरेट सोने की कीमत भी ₹160 घटकर ₹74,870 प्रति 10 ग्राम हो गई। यह गिरावट 2 अगस्त को भी जारी रही।
प्रति ग्राम के हिसाब से देखें तो 24 कैरेट सोने की कीमत ₹21 घटकर ₹9,982 प्रति ग्राम हो गई। 22 कैरेट सोने की कीमत ₹20 कम होकर ₹9,150 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने की कीमत ₹16 घटकर ₹7,487 प्रति ग्राम पर आ गई है। इस गिरावट के पीछे भारत पर 25% टैरिफ, मजबूत अमेरिकी डॉलर और फेडरल रिजर्व के आक्रामक संकेत जैसे कारण माने जा रहे हैं। आइए जानते हैं 3 अगस्त का हाल।
3 अगस्त 2025 को प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें
दिल्ली:
24 कैरेट – ₹1,01,500 प्रति 10 ग्राम
22 कैरेट – ₹93,050 प्रति 10 ग्राम
मुंबई / कोलकाता / चेन्नई:
24 कैरेट – ₹1,01,350
22 कैरेट – ₹92,900
जयपुर / लखनऊ / चंडीगढ़:
24 कैरेट – ₹1,01,500
22 कैरेट – ₹93,050
भोपाल / अहमदाबाद:
24 कैरेट – ₹1,01,400
22 कैरेट – ₹92,950
हैदराबाद:
24 कैरेट – ₹1,01,350
22 कैरेट – ₹92,900
चांदी की कीमतों में गिरावट
जहां सोने की कीमतें बढ़ी हैं, वहीं चांदी की कीमत में पिछले हफ्ते ₹3000 की कमी आई है। 3 अगस्त को चांदी की कीमत ₹1,13,000 प्रति किलोग्राम है। हालांकि, इंदौर के सर्राफा बाजार में 2 अगस्त को चांदी की कीमत ₹1000 बढ़कर ₹1,12,800 प्रति किलो रही।
भारत में सोने और चांदी की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में सोने और चांदी की कीमतें प्रतिदिन बदलती हैं, और यह कई कारकों पर निर्भर करती हैं। सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अंतरराष्ट्रीय बाजार, विशेषकर लंदन बुलियन मार्केट और अमेरिका के COMEX की होती है। वहां के भाव भारत में संदर्भ के रूप में लिए जाते हैं। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति भी कीमतों को प्रभावित करती है। यदि रुपया कमजोर होता है, तो आयात महंगा हो जाता है और सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
भारत सरकार द्वारा लगाए गए इंपोर्ट ड्यूटी, जीएसटी और अन्य टैक्स भी अंतिम दर में शामिल होते हैं। IBJA (इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन) रोजाना सुबह और दोपहर में ज्वैलर्स से दरें लेकर औसत भाव तय करती है। इसी आधार पर देशभर में दरें निर्धारित होती हैं। साथ ही, MCX यानी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर होने वाला वायदा कारोबार और त्योहारी मांग भी सोने-चांदी की कीमतों को प्रभावित करती है।