रूस की मरीना ने भारत की नागरिकता पाकर साझा की खुशी, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
रूस की मरीना खरबानी का भारतीय नागरिकता पर गर्व
रूस की मरीना खरबानी भारतीय नागरिक: जहां अधिकांश लोग पश्चिमी देशों की नागरिकता को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं, वहीं रूस की मरीना खरबानी ने भारत की नागरिकता को लेकर अपनी खुशी को एक अनोखे तरीके से व्यक्त किया है। हाल ही में, मरीना ने सोशल मीडिया पर अपने ओसीआई (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) कार्ड मिलने की जानकारी साझा की और इसे पाकर गर्व महसूस करने की बात कही।
मरीना का वीडियो इंस्टाग्राम पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह ओसीआई कार्ड को हाथ में लहराते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त कर रही हैं। इस वीडियो को अब तक 1.5 लाख से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं। उनकी खुशी देखकर कुछ लोग हैरान रह गए, जबकि कई भारतीयों ने उन्हें बधाई और समर्थन दिया।
भारत में रहने का सपना पूरा हुआ
मरीना खरबानी ने बताया कि वह पिछले साढ़े तीन वर्षों से इस दस्तावेज़ का इंतजार कर रही थीं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि वह अब ओसीआई की गर्वित धारक हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी शादी भारत में हुई है और वह अपने पति, बच्चों और ससुराल वालों के साथ यहां रहती हैं।
सोशल मीडिया पर मरीना का संदेश
अपने सोशल मीडिया पोस्ट में, मरीना ने उन लोगों को जवाब दिया जो उनके भारत आने और यहां बसने के निर्णय पर सवाल उठा रहे थे। उन्होंने कहा कि कई लोग हैरान थे कि वह भारत में रहना चाहती हैं, लेकिन उनकी शादी यहीं हुई है और उनका परिवार यहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में समस्याएं हैं, लेकिन हमें यहां की सकारात्मक चीजों पर ध्यान देना चाहिए।
ओसीआई कार्ड की जानकारी
भारतीय गृह मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, ओसीआई कार्ड भारतीय नागरिक के विदेशी जीवनसाथी या ओसीआई कार्डधारक के विदेशी जीवनसाथी को जारी किया जाता है। यह कार्ड व्यक्ति को भारत में लंबे समय तक रहने, काम करने और संपत्ति खरीदने की अनुमति देता है, लेकिन यह नागरिकता नहीं है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
एक यूजर ने लिखा कि उन्होंने आज तक किसी को इतने उत्साह और खुशी के साथ भारतीय पासपोर्ट लहराते नहीं देखा, बधाई हो। एक अन्य ने कहा कि भारत से लोग यूरोप जा रहे हैं और यूरोपीय लोग नागरिकता के लिए भारत आ रहे हैं। हालांकि, कुछ ने कटाक्ष भी किया। एक यूजर ने लिखा कि उनके पास अब सबसे बेकार पासपोर्ट है। वहीं, कई लोगों ने मरीना की भावना का सम्मान करते हुए लिखा कि बधाई हो, अब वीजा और कागजी कार्यवाही की चिंता से मुक्ति का आनंद लीजिए।
मरीना खरबानी का यह कदम उस सोच को चुनौती देता है जिसमें भारत को छोड़कर विदेशी नागरिकता को ही जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि माना जाता है। उनकी यह कहानी सोशल मीडिया पर लाखों लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि असली खुशी स्थान में नहीं, बल्कि रिश्तों के जुड़ाव में होती है।