स्पेसएक्स का स्टारशिप सुपर हैवी रॉकेट: नई लैंडिंग प्रक्रिया की टेस्टिंग
स्टारशिप सुपर हैवी रॉकेट की उड़ान
स्टारशिप सुपर हैवी रॉकेट की दुर्घटना: स्पेसएक्स ने हाल ही में अपने शक्तिशाली स्टारशिप सुपर हैवी रॉकेट को 11वीं बार लॉन्च किया। यह रॉकेट पूरी तरह से पुनः उपयोग योग्य है, जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रा को सस्ता और तेज बनाना है। इसका मतलब यह है कि एक उड़ान के बाद रॉकेट को फेंकने के बजाय, इसे एयरप्लेन की तरह फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है।
यह लॉन्च स्पेसएक्स के टेक्सास स्थित केंद्र से किया गया। उड़ान के तुरंत बाद, मुख्य बूस्टर जिसे सुपर हैवी कहा जाता है, ऊपर वाले स्टारशिप हिस्से से अलग हो गया। इस प्रक्रिया को हॉट स्टेजिंग कहा जाता है, जिसमें दोनों हिस्से कुछ समय के लिए अपने इंजन चालू रखते हैं। जैसे ही सुपर हैवी बूस्टर अलग हुआ, वह मेक्सिको की खाड़ी में गिर गया, और धीरे-धीरे लैंडिंग के बजाय पानी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
नई लैंडिंग प्रक्रिया का परीक्षण
नई लैंडिंग प्रक्रिया की टेस्टिंग:
हालांकि लैंडिंग विफल रही, लेकिन स्पेसएक्स ने महत्वपूर्ण डेटा एकत्र किया, जो उन्हें सुधार में मदद करेगा। उन्होंने एक नई लैंडिंग प्रक्रिया का परीक्षण किया, जिसमें रॉकेट ने पहले गति कम करने के लिए 13 इंजनों का उपयोग किया, फिर 5 पर स्विच किया और अंत में स्पलैशडाउन से पहले केवल 3 इंजनों पर रहा। यह परीक्षण स्पेसएक्स को भविष्य की लैंडिंग के लिए आवश्यक सुधारों को समझने में मदद करेगा।
सुपर हेवी के दुर्घटनाग्रस्त होने के दौरान, स्टारशिप उड़ान भरता रहा। इसने 8 फेक स्टारलिंक सैटेलाइट छोड़े और अंतरिक्ष में एक कठिन इंजन रीस्टार्ट की भी टेस्टिंग की। इसके बाद, स्टारशिप ने धरती पर लौटते हुए हिंद महासागर में गिरने की योजना के अनुसार कार्य किया।
स्पेसएक्स ने नए गाइडेंस सिस्टम का भी परीक्षण किया। इसके साथ ही, यह देखा गया कि गर्मी जहाज के शरीर पर कैसे प्रभाव डालती है। इसके लिए जानबूझकर कुछ हीट-रेसिस्टेंट टाइलें हटा दी गईं। ये परीक्षण स्टारशिप को वास्तविक मिशनों में टिके रहने में मदद करेंगे।