हरियाणा में हरित कोयला परियोजना का शुभारंभ, रोजगार के नए अवसर
हरित कोयला परियोजना का दौरा
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, और नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल ने आज वाराणसी में एनटीपीसी के हरित कोयला परियोजना प्लांट का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा लगातार नई उपलब्धियों की ओर बढ़ रहा है, और अब कचरे से हरित कोयला उत्पादन की योजना तेजी से कार्यान्वित होगी।
महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन
कैबिनेट मंत्री गोयल ने जानकारी दी कि 20 जुलाई 2024 को केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में एनटीपीसी के साथ गुरुग्राम और फरीदाबाद में हरित कोयला संयंत्रों की स्थापना के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। उन्होंने कहा कि वाराणसी के ग्रीन कोल प्लांट का यह दौरा हरियाणा की परियोजना के कार्यान्वयन में तेजी लाएगा।
प्लांट का तकनीकी अवलोकन
इस अवसर पर शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता (IAS), फरीदाबाद नगर निगम के आयुक्त धीरेंद्र (IAS), और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। प्रतिनिधिमंडल ने प्लांट की तकनीकी दक्षता, संचालन प्रक्रिया और पर्यावरणीय प्रभाव का अवलोकन किया, और जाना कि ठोस कचरे से कोयले का उत्पादन कैसे संभव है।
हरित कोयले का उत्पादन
गोयल ने बताया कि फरीदाबाद और गुरुग्राम में इस परियोजना को प्राथमिकता दी जा रही है। इन शहरों में प्रतिदिन उत्पन्न ठोस कचरे का उपयोग कर 400–500 टन हरित कोयले का उत्पादन किया जाएगा। इससे पारंपरिक कोयले का एक वैकल्पिक स्रोत तैयार होगा, जो ऊर्जा उत्पादन में नवाचार और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि फरीदाबाद में कुछ स्थानीय आपत्तियों और गुरुग्राम में तकनीकी कारणों से कार्य में अस्थायी विलंब हुआ था। इन बाधाओं को दूर करने के लिए वाराणसी मॉडल का अध्ययन किया गया है।
कचरा प्रबंधन का राष्ट्रीय मॉडल
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि एनटीपीसी के साथ एमओयू के तहत अब फरीदाबाद और गुरुग्राम में परियोजना का कार्यान्वयन शुरू हो गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत – स्वच्छ ऊर्जा के विज़न को साकार करने में हरियाणा का एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी।
गोयल ने कहा, "मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कुशल नेतृत्व में हरियाणा निरंतर प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। कचरे से हरित कोयला उत्पादन की योजना हरियाणा को कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में राष्ट्रीय उदाहरण बनाएगी।"