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CNG और PNG की कीमतों में वृद्धि: नई दरें लागू

अगस्त 2025 से CNG और PNG की कीमतों में वृद्धि की गई है, जो आम जनता के लिए महंगाई का कारण बन सकती है। नई दरें 7.02 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट निर्धारित की गई हैं। यह वृद्धि उन कंपनियों को प्रभावित करेगी जो घरेलू गैस का उत्पादन और वितरण करती हैं। इसके परिणामस्वरूप, CNG और PNG की कीमतों में इजाफा होना तय है, जिससे उपभोक्ताओं के मासिक खर्च में वृद्धि हो सकती है। जानें इस बदलाव के पीछे के कारण और इसके संभावित प्रभाव।
 

CNG और PNG की कीमतों में वृद्धि

गैस की कीमतों में वृद्धि: नई दरें अगस्त से लागू, आम जनता पर प्रभाव: अगस्त 2025 की शुरुआत नेचुरल गैस उपभोक्ताओं के लिए महंगाई की नई खबर लेकर आई है। (नेचुरल गैस कीमतों में बढ़ोतरी) अब आधिकारिक रूप से लागू हो चुकी है। घरेलू गैस की नई दर 7.02 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (bMtu) तय की गई है, जो जुलाई में 6.89 डॉलर थी। यानी लगभग 2% की वृद्धि हुई है। (Natural Gas Price Hike)


यह वृद्धि सीधे उन कंपनियों को प्रभावित करेगी जो घरेलू गैस का उत्पादन और वितरण करती हैं। इसके साथ ही, सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों की लागत भी बढ़ेगी, जिससे CNG और PNG की कीमतों में वृद्धि होना तय है। (CNG Price Increase) (PNG Rate August)


आम उपभोक्ताओं पर प्रभाव निश्चित CNG Price Increase


गैस दरों में यह वृद्धि आम जनता की जेब पर असर डाल सकती है। विशेष रूप से वे लोग जो अपने वाहनों में CNG का उपयोग करते हैं या घरेलू रसोई में PNG का उपयोग करते हैं। (Domestic Gas Price) इस बदलाव से उनकी मासिक खर्च में वृद्धि हो सकती है। वैश्विक ऊर्जा बाजार की स्थिति और देश में बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। (Gas Cost Impact)


उद्योगों की बात करें तो उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण कई क्षेत्रों में कीमतें बढ़ सकती हैं। इससे महंगाई का दबाव और अधिक बढ़ सकता है। (City Gas Distribution)


पेट्रोलियम मंत्रालय का नोटिफिकेशन और नई नीति


31 जुलाई को पेट्रोलियम मंत्रालय की पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) ने एक नोटिफिकेशन जारी किया। इसमें बताया गया कि ONGC और ऑयल इंडिया लिमिटेड द्वारा उत्पादित गैस की अधिकतम कीमत अगस्त में 6.75 डॉलर प्रति bMtu होगी। (ONGC Gas Rate) (Oil India Gas Price)


यह ध्यान देने योग्य है कि अप्रैल 2023 में सरकार ने गैस मूल्य निर्धारण नीति में बदलाव किया था। अब हर महीने के अंत में घरेलू गैस की नई दर तय की जाती है। (Gas Pricing Policy India) यह प्रणाली पारदर्शिता और बाजार की स्थिति के अनुसार दरें तय करने में मदद करती है।