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अम्बाला में बाढ़ से तबाही: टांगरी नदी का जलस्तर बढ़ा

अम्बाला में टांगरी नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ ने कई कॉलोनियों और औद्योगिक क्षेत्रों को प्रभावित किया है। जलभराव से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं, और औद्योगिक क्षेत्र में भारी नुकसान का अनुमान है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

अम्बाला में बाढ़ की स्थिति

अम्बाला बाढ़, अम्बाला समाचार: टांगरी नदी में पानी की अधिकता के कारण छावनी क्षेत्र की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। शुक्रवार को पानी की तीव्रता में कमी आई, जिससे राहत मिली। हालांकि, गुरुवार को नदी ने अपना मार्ग बदल लिया। बब्याल-चंदपुरा पर बनाए गए अस्थायी तटबंध को बाढ़ ने तोड़ दिया। गुरुवार सुबह, टांगरी नदी का पानी औद्योगिक क्षेत्र से होते हुए जगाधरी हाईवे को पार कर गया।


औद्योगिक क्षेत्र में नुकसान

इंडस्ट्रियल एरिया में 6 से 10 फीट तक पानी भर गया है। इससे साइंस इंडस्ट्री में लगभग एक हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। इसके अलावा, जगाधरी हाईवे पर जलभराव के कारण जाम लग गया, जिससे कई वाहन कॉलोनियों में फंस गए। यहां की 9,000 की जनसंख्या प्रभावित हुई है।


एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने औद्योगिक क्षेत्रों से 30 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला। वहीं, गांव मोहड़ा में बुधवार रात 12 बजे टांगरी का पानी आने से घरों में कई फुट पानी भर गया। ग्रामीणों ने वीरवार सुबह रेलवे फाटक के पास सड़क को उखाड़ दिया, जिससे मोहड़ा में आवागमन प्रभावित हुआ।


औद्योगिक क्षति और भविष्य की चुनौतियाँ

इंडस्ट्री में कीमती मशीनें खराब, कई ऑर्डर रद्द होंगे

साइंस इंडस्ट्री के पूर्व जनरल सेक्रेटरी गौरव सोनी ने बताया कि 2023 में 5 करोड़ का नुकसान हुआ था, लेकिन सरकार से मुआवजा नहीं मिला। गुरुवार को भी करीब 10 करोड़ का नुकसान हुआ है। कैंट इंडस्ट्रियल एरिया के प्रधान डीसी गुप्ता ने कहा कि यहां एक हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। कई ऑर्डर रद्द होने की संभावना है और कई महंगी मशीनें खराब हो गई हैं।


जलभराव से प्रभावित क्षेत्र

• सोनिया कॉलोनी, न्यू कॉलोनी, विकास पुरी, पूजा बिहार, अर्जुन नगर और हरमन सिटी में 3 से 4 फीट पानी भर गया।

• सुबह 10 बजे से हाईवे पर यातायात प्रभावित हो गया। ट्रैफिक पुलिस ने दूसरी सड़क से वाहनों को गुजारना शुरू किया। 30 से अधिक लो फ्लोर कारें पानी में फंस गईं।

• डेढ़ किलोमीटर की यात्रा में वाहन चालकों को एक से डेढ़ घंटे का समय लग गया।


कृषि पर प्रभाव

गांवों में 500 एकड़ फसल डूबी

घग्गर नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण अम्बाला सिटी के निचले इलाके गुरुवार को भी डूबे रहे। नजदीकी गांवों में लगभग 500 एकड़ फसल जलमग्न हो गई। गांव लोहगढ़, डंगडेहरी, मानकपुर, इंडियाना में भी 3 फीट तक पानी भर गया। इससे लगभग 10,000 लोग प्रभावित हुए हैं।


स्थानीय निवासियों की समस्याएँ

स्थानीय निवासी दिनेश कुमार ने बताया कि वे मजदूरी करते हैं, लेकिन जलभराव के कारण काम पर नहीं जा पा रहे हैं। तजेंद्र सिंह और परमिंद्र सिंह ने कहा कि पिछले 2 दिनों से क्षेत्र में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है, लेकिन प्रशासन ने पीने के पानी का कोई इंतजाम नहीं किया है।


घग्गर नदी का जलभराव

• घग्गर नदी के पानी के कारण चंडीगढ़-हिसार बाईपास पर जलभराव हो गया। यहां बने पेट्रोल पंप को बंद करना पड़ा।

• हाईवे पर चार जगह से ग्रीन बेल्ट डिवाइडर टूट गया, जिससे बाईपास का एक हिस्सा बंद करना पड़ा।

• डिवाइडर टूटने से सारा पानी देवी नगर की तरफ जाने वाले मार्ग पर आ गया, जिससे आसपास की 40 एकड़ फसल जलमग्न हो गई।


अम्बाला-हिसार रोड पर जलभराव

अम्बाला-हिसार रोड पर बारिश का पानी जमा हो गया है। डीसी अजय सिंह तोमर ने बताया कि टांगरी और घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ने से कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया है। कैंट के इंडस्ट्रियल एरिया में रहने वाली लेबर को बाहर निकालने के लिए कहा गया है। पंप लगाकर पानी को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।