×

अयोध्या में प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य के लिए एकता की मिसाल

अयोध्या में इकबाल अंसारी और उनकी पत्नी ने संत प्रेमानंद महाराज के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए अल्लाह से दुआ की। यह घटना न केवल धार्मिक एकता का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाती है कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है। प्रेमानंद महाराज की तबीयत नासाज़ होने के बाद देशभर में उनके अनुयायियों में चिंता का माहौल है। इस बीच, अजमेर शरीफ दरगाह पर भी उनके स्वास्थ्य के लिए विशेष दुआ की गई।
 

प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य के लिए दुआओं का संगम

अयोध्या। राम की नगरी अयोध्या में इस समय प्रार्थनाओं और दुआओं का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। यहां मजहब की दीवारें उस समय गिर गईं जब बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी और उनकी पत्नी मुन्नी बेगम ने मथुरा-वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए अल्लाह से दुआ की। महाराज पिछले कुछ दिनों से बीमार हैं, और उनके स्वास्थ्य के लिए भक्त देश-विदेश में प्रार्थना कर रहे हैं। इस बीच, इकबाल अंसारी और उनका परिवार अयोध्या में एकता और सौहार्द का प्रतीक बनकर उभरा है।



इकबाल अंसारी ने कहा कि हम संतों के बीच रहते हैं और उनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ होता है। प्रेमानंद महाराज की बीमारी की खबर सुनकर हमें दुख हुआ, इसलिए हमने अल्लाह से प्रार्थना की कि वे जल्द स्वस्थ हों। अयोध्या की पवित्र भूमि पर इस समय केवल एक ही आवाज गूंज रही है कि प्रेमानंद महाराज जल्दी ठीक हों। यह दृश्य यह दर्शाता है कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है, और अयोध्या ने इसे फिर से जीवंत कर दिखाया है।


धर्म की सीमाओं से परे यह अद्भुत दृश्य लोगों के बीच आपसी सौहार्द और आस्था की मिसाल बन गया


वृंदावन के विख्यात संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत नासाज़ होने की खबर के बाद देशभर में उनके अनुयायियों में चिंता का माहौल है। महाराज की जल्द सेहतयाबी के लिए मंगलवार को अजमेर शरीफ दरगाह पर विशेष दुआ की गई। दरगाह में जायरीन ने चादर और फूल चढ़ाकर संत के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की मन्नत मांगी। इसी कड़ी में कई मंदिरों और मठों में भी भक्तों ने पूजा-अर्चना कर भगवान से प्रार्थना की। गौरतलब है कि इससे पहले प्रयागराज के एक मुस्लिम नौजवान ने मदीना की पवित्र मस्जिद में भी प्रेमानंद महाराज के लिए दुआ की थी। धर्म की सीमाओं से परे यह अद्भुत दृश्य लोगों के बीच आपसी सौहार्द और आस्था की मिसाल बन गया है।



मोहब्बत की इसी मिट्टी को कहते हैं हिंदुस्तान


प्रेमानंद महराज की सेहत के लिए लखनऊ में दादा मियां की मज़ार पर मोहम्मद इखलाख और उनके साथियों ने दुआ की। मोहब्बत की इसी मिट्टी को हिंदुस्तान कहते हैं।