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अर्शदीप सिंह की चयन प्रक्रिया पर कोच मोर्ने मोर्कल का बयान

भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने अर्शदीप सिंह की चयन प्रक्रिया पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि कैसे अर्शदीप को पहले दो मैचों में बाहर रखा गया और उनकी स्थिति को समझते हुए टीम प्रबंधन विभिन्न संयोजनों का परीक्षण कर रहा है। अर्शदीप, जो टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 100 से अधिक विकेट लेने वाले एकमात्र भारतीय गेंदबाज हैं, ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। मोर्कल ने अर्शदीप के महत्व और टीम के लिए उनकी भूमिका पर भी प्रकाश डाला। जानें इस बारे में और अधिक जानकारी।
 

अर्शदीप सिंह की स्थिति

अर्शदीप सिंह की स्थिति: गोल्ड कोस्ट में भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने बुधवार को स्पष्ट किया कि अर्शदीप सिंह को चयन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यह लेफ्ट-आर्म पेसर समझते हैं कि टीम प्रबंधन विभिन्न संयोजनों का परीक्षण कर रहा है। अर्शदीप को होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी-20 में खेलने का मौका मिला, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और मैन ऑफ द मैच बने।


पहले दो मैचों में अनुपस्थिति

पहले दो मैचों में अनुपस्थिति


उन्हें पहले दो मैचों में बाहर रखा गया था क्योंकि अर्शदीप और कुलदीप यादव को एक साथ नहीं खेलाया जा सकता था। सितंबर में दुबई में एशिया कप के दौरान भी वे पहले विकल्प नहीं थे।


अर्शदीप का रिकॉर्ड

अर्शदीप का रिकॉर्ड


यह ध्यान देने योग्य है कि अर्शदीप टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 से अधिक विकेट लेने वाले एकमात्र भारतीय गेंदबाज हैं। मोर्कल ने चौथे टी-20 से पहले प्रेस वार्ता में कहा, “अर्शदीप अनुभवी हैं और जानते हैं कि हम बड़ी तस्वीर देख रहे हैं, विभिन्न संयोजनों का परीक्षण कर रहे हैं। उन्हें पता है कि वे विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं और पावरप्ले में सबसे अधिक विकेट उनके नाम हैं।”


टीम के लिए अर्शदीप का महत्व

उन्होंने आगे कहा, “हमें पता है कि वे टीम के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं, लेकिन हमें अन्य संयोजनों की भी जांच करनी होती है और वे इसे अच्छी तरह समझते हैं।” मोर्कल ने स्वीकार किया कि अर्शदीप जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी के लिए यह आसान नहीं है। उन्होंने कहा, “यह आसान नहीं है, लेकिन कभी-कभी कठिन निर्णय लेने पड़ते हैं। हम बस उनसे कहते हैं – मेहनत करते रहो, जब मौका मिले तो तैयार रहो। टी-20 विश्व कप से पहले अब कुछ ही मैच बचे हैं, इसलिए यह देखना महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ी दबाव में कैसे प्रदर्शन करते हैं। विभिन्न संयोजनों का परीक्षण करना आवश्यक होगा।”