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अशोक के पेड़ के औषधीय लाभ और उपयोग के तरीके

अशोक का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर है, जो कई बीमारियों से राहत दिलाने में सहायक है। इसके रस का उपयोग त्वचा के रंग को निखारने, सूजन कम करने और रक्त विकारों के उपचार में किया जाता है। जानें अशोक के बीज और छाल के उपयोग के सही तरीके, जो मूत्र की समस्याओं और मानसिक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
 

अशोक के पेड़ के औषधीय गुण

हेल्थ कार्नर: अशोक का पेड़ कई औषधीय गुणों से समृद्ध है। इसके उपयोग से हम विभिन्न बीमारियों से राहत प्राप्त कर सकते हैं। अशोक का रस कड़वा, कसेला और ठंडी प्रकृति का होता है। यह त्वचा के रंग को निखारने, ऊष्मा को कम करने और सूजन को घटाने में सहायक है। यह रक्त विकार, पेट की समस्याएं, बुखार और जोड़ों के दर्द को ठीक करने में मदद करता है।



अशोक के बीजों को पानी में पीसकर लगभग दो चम्मच नियमित रूप से लेने से मूत्र की समस्या में सुधार होता है। यह पथरी के दर्द में भी राहत प्रदान करता है। अशोक की छाल के काढ़े में समान मात्रा में सरसों का तेल मिलाकर फोड़े-फुंसियों पर लगाने से लाभ होता है।


अशोक की छाल के चूर्ण को मिश्री के साथ मिलाकर, गाय के दूध के साथ एक-एक चम्मच दिन में तीन बार कुछ हफ्तों तक लेने से महिलाओं को वाइट डिस्चार्ज में लाभ होता है। इसके अलावा, अशोक की छाल और ब्राह्मी का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाकर 1-1 चम्मच सुबह-शाम एक कप दूध के साथ नियमित रूप से कुछ महीनों तक लेने से मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है।