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अश्वगंधा चूर्ण: मानसिक तनाव कम करने का आयुर्वेदिक उपाय

अश्वगंधा चूर्ण, जो पतंजलि द्वारा निर्मित है, मानसिक तनाव को कम करने में सहायक है। यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी न केवल तनाव हार्मोन को संतुलित करती है, बल्कि एकाग्रता और नींद में सुधार भी करती है। जानें इसके सेवन का सही तरीका और इसके अन्य लाभ, जैसे ऊर्जा बढ़ाना और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना।
 

अश्वगंधा चूर्ण के लाभ

Ashwagandha Benefit: आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में मानसिक तनाव एक सामान्य समस्या बन चुकी है। कार्य का दबाव और नींद की कमी कई बार हमारी मानसिक सेहत को प्रभावित करती है। ऐसे में आयुर्वेदिक उपायों का सहारा लेना एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। पतंजलि का दिव्य अश्वगंधा चूर्ण एक प्राकृतिक उपाय है, जो मानसिक तनाव को कम करने में सहायक है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।


अश्वगंधा चूर्ण क्या है?

अश्वगंधा एक प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसे इंडियन जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है। यह शरीर को संतुलित करने, मानसिक शांति प्रदान करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए उपयोग किया जाता है। पतंजलि का दिव्य अश्वगंधा चूर्ण इस हर्ब का शुद्ध रूप है, जिसे बाबा रामदेव की कंपनी ने तैयार किया है।


तनाव कम करने में कैसे मददगार?

कॉर्टिसोल का संतुलन- अश्वगंधा तनाव हार्मोन ‘कॉर्टिसोल’ के स्तर को कम करने में मदद करता है।


फोकस में वृद्धि- यह चूर्ण दिमाग को शांत करता है और एकाग्रता को बढ़ाता है।


नींद में सुधार- अश्वगंधा अनिद्रा की समस्या में भी राहत प्रदान करता है, जिससे तनाव कम होता है।


सेवन का सही तरीका

इसे लेने के लिए रोजाना 1 से 2 ग्राम चूर्ण का सेवन करें। आप इसे गुनगुने दूध या पानी के साथ सुबह और रात में ले सकते हैं। इसके लाभ उठाने के लिए इसे कम से कम 2 से 3 महीने तक नियमित रूप से लेना चाहिए।


अश्वगंधा के अन्य लाभ


  • शरीर को ऊर्जा मिलती है।

  • पुरुषों में इंफर्टिलिटी की समस्या को दूर करता है।

  • रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

  • ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है।

  • शरीर में सूजन को कम करता है।


खाने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

गर्भवती महिलाएं या गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति इसे डॉक्टर की सलाह के बिना न लें। अत्यधिक मात्रा में सेवन से नींद अधिक आ सकती है और थकान भी हो सकती है।