अहमदाबाद विमान दुर्घटना: संभावित कारणों की जांच
अहमदाबाद विमान दुर्घटना के संभावित कारण
गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया की लंदन के लिए उड़ान भरने वाले विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच की जा रही है। उड़ान भरते ही विमान गिर गया, जिससे उसमें आग लग गई और 241 लोगों की जान चली गई। टेकऑफ से पहले सब कुछ सामान्य था, लेकिन उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान की गति कम हो गई और ऊंचाई भी घट गई, जिसके परिणामस्वरूप यह एक इमारत से टकरा गया। तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि इस हादसे के पीछे कई खामियां हो सकती हैं। फ्लाइट इंस्ट्रक्टर कैप्टन संजय भटनागर ने बताया कि आजकल की उड़ानों में अधिकांश प्रक्रियाएं ऑटोमेटेड होती हैं।
इंजन फेल होने की संभावना
पैरामीटर की जांच के बाद ही उड़ान भरने की अनुमति दी गई होगी। टेकऑफ के समय सब कुछ ठीक था, लेकिन 50 सेकंड के भीतर कुछ ऐसा हुआ जिससे विमान का इंजन पावर खोने लगा। दोनों इंजन एक साथ फेल होने की संभावना बहुत कम है। टेकऑफ के बाद फ्लैप्स को बंद करने के दौरान विमान थोड़ी ऊंचाई खो देता है, और यदि बोइंग के फ्लैप्स समय से पहले बंद कर दिए गए थे, तो इसकी जांच की जानी चाहिए। पायलटों के नियंत्रण में होने के बावजूद, वे कुछ नहीं कर सके। ओवरलोडिंग की संभावना भी कम है, क्योंकि यह कंप्यूटर पर प्रदर्शित हो जाती है।
पूर्व कमर्शियल पायलट की राय
एयर इंडिया के पूर्व कमर्शियल पायलट और BJD नेता मनमथ राउत्रे ने कहा कि आज तक किसी ने एयर इंडिया के प्रशिक्षण मानकों पर सवाल नहीं उठाया है। उन्होंने बताया कि हाल ही में विभिन्न स्रोतों से जो डेटा सामने आया है, वह अधूरा है। यह स्पष्ट है कि बोइंग विमान की मेंटेनेंस चल रही थी और कई कंपोनेंट्स की ओवरहॉलिंग हो चुकी थी।
थ्रस्ट या लैंडिंग गियर में समस्या
यह संभव है कि मेंटेनेंस के दौरान कोई गलती हुई हो, क्योंकि बोइंग का रिकॉर्ड हमेशा बेदाग रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि थ्रस्ट में कोई समस्या आई होगी। दुर्घटनास्थल का निरीक्षण करने पर ऐसा लगता है कि विमान का लैंडिंग गियर सही तरीके से ऊपर नहीं गया होगा। यदि लैंडिंग गियर फेल हो गया है, तो यह एक बड़ी तकनीकी खराबी का संकेत है।