आंतों की सेहत के लिए 5 सरल उपाय: बार-बार टॉयलेट जाने की समस्या का समाधान
आंतों की सेहत के लिए उपाय
Gut Health Tips: क्या आप खाने के तुरंत बाद टॉयलेट जाने के लिए मजबूर होते हैं? इन 5 आसान उपायों से अपनी आंतों की सेहत को सुधारें!: नई दिल्ली: यदि आप खाने के बाद बार-बार टॉयलेट जाते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें! प्रसिद्ध पोषण विशेषज्ञ और स्वास्थ्य प्रभावित करने वाली मनप्रीत कालरा का कहना है कि यह आंतों की कमजोरी का संकेत हो सकता है।
चिकित्सा की भाषा में इसे आंतों की अत्यधिक सक्रियता या खराब आंतों की परत कहा जाता है। इससे पेट में सूजन, ऐंठन और पोषक तत्वों का सही अवशोषण नहीं हो पाता। अच्छी बात यह है कि कुछ सरल घरेलू नुस्खों और जीवनशैली में बदलाव से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
बार-बार टॉयलेट जाना क्यों है चिंता का विषय? Gut Health Tips
मनप्रीत कालरा के अनुसार, हर बार खाने के बाद टॉयलेट जाना आंतों में असंतुलन का संकेत है। इससे पेट में ऐंठन, सूजन और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि समय पर ध्यान नहीं दिया गया, तो पाचन शक्ति कमजोर हो सकती है और यह समस्या लंबे समय तक बनी रह सकती है।
खाने से पहले यह ड्रिंक देगा राहत
खाने से पहले एक सरल नुस्खा आंतों को आराम दे सकता है। एक गिलास गुनगुने पानी में स्लिपरी एल्म का चूर्ण मिलाएं। यह आंतों की परत को ढककर जलन को कम करता है और पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाता है। यह नुस्खा आंतों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।
खाने के बाद पिएं यह विशेष चाय
खाना खाने के बाद, मनप्रीत कालरा एंटी-क्रैम्प डाइजेस्टिव टी पीने की सलाह देती हैं। इसे बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में एक चम्मच पिपरमिंट टी डालकर 2-3 मिनट उबालें, फिर 2 मिनट ढककर रखें। इसे छानकर खाने के 20-30 मिनट बाद पिएं।
यह चाय आंतों की मांसपेशियों को आराम देती है, जिससे ऐंठन, गैस और बार-बार टॉयलेट जाने की समस्या कम होती है। साथ ही यह पाचन को संतुलित करती है और सूजन को घटाती है।
जीवनशैली में ये बदलाव जरूरी हैं
पाचन को सुधारने के लिए केवल चाय या ड्रिंक ही नहीं, आपकी आदतें भी महत्वपूर्ण हैं। धीरे-धीरे खाना चबाएं, तनाव कम करें और कम सूजन वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें। मनप्रीत कालरा कहती हैं कि इन छोटी आदतों से आपकी आंतों की सेहत में बड़ा सुधार हो सकता है।
आंतों की अत्यधिक सक्रियता को नियंत्रित करें
जब आंतें जरूरत से ज्यादा सक्रिय हो जाती हैं, तो बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता है। इसे नियंत्रित करने के लिए खाने से पहले स्लिपरी एल्म का ड्रिंक और खाने के बाद सौंफ, जीरा और अजवाइन की चाय बहुत फायदेमंद है। ये उपाय आंतों की गतिविधि को संतुलित करते हैं और पाचन को आसान बनाते हैं।