आंध्र प्रदेश में राशन वितरण प्रणाली में बदलाव: नई व्यवस्था की शुरुआत
नई राशन वितरण प्रणाली का शुभारंभ
आंध्र प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत राशन वितरण की प्रक्रिया एक बार फिर उचित मूल्य की दुकानों (एफपीएस) के माध्यम से शुरू की गई है। यह निर्णय राज्य की नई सरकार द्वारा लिया गया है, जिसने पूर्व सरकार द्वारा लागू की गई घर-घर राशन डिलीवरी योजना को समाप्त कर दिया।इस नई व्यवस्था का शुभारंभ राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में किया गया, जहां मंत्रियों और स्थानीय प्रतिनिधियों ने प्रतीकात्मक रूप से लाभार्थियों को राशन किट वितरित की। इस अवसर पर बताया गया कि सरकार का उद्देश्य सभी योग्य लाभार्थियों तक समय पर और गुणवत्तापूर्ण राशन पहुंचाना है, साथ ही पारदर्शिता और जवाबदेही को सुनिश्चित करना है।
हालांकि, प्रारंभिक चरण में कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण ई-पीओएस मशीनों का उपयोग पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है। इसलिए, वर्तमान में राशन का वितरण मैनुअल तरीके से किया जा रहा है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही तकनीकी खामियों को दूर किया जाएगा और वितरण प्रक्रिया को ई-पीओएस प्रणाली के माध्यम से संचालित किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
इस वितरण में मुख्य रूप से चावल, पाम तेल और चना दाल जैसी आवश्यक खाद्य सामग्री शामिल है, जो राशन कार्ड धारकों को सब्सिडी दरों पर उपलब्ध कराई जा रही है। उचित मूल्य दुकान के डीलरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे निर्धारित नियमों का पालन करें और लाभार्थियों को सही मात्रा और गुणवत्ता का सामान प्रदान करें।
इस बदलाव से राज्य के लाखों राशन कार्ड धारक प्रभावित होंगे, जिन्हें अब अपने नजदीकी उचित मूल्य दुकान पर जाकर राशन प्राप्त करना होगा। यह नई प्रणाली पीडीएस नेटवर्क को मजबूत करने और वितरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने पर केंद्रित है।