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आयुर्वेद में कीमती पौधों की पहचान

भारतीय आयुर्वेद में कई पौधे अत्यधिक मूल्यवान माने जाते हैं। इनमें से मदार का पौधा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह बिना रोपण के उगता है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। जानें कैसे यह पौधा बिच्छू के डंक और घावों के इलाज में सहायक है।
 

आयुर्वेदिक पौधों का महत्व

हेल्थ कार्नर :- भारतीय आयुर्वेद में कई ऐसे पौधे हैं जो अत्यधिक मूल्यवान माने जाते हैं। इनका प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों में अद्वितीय होता है। आइए, हम कुछ ऐसे पौधों के बारे में चर्चा करें, जिनकी कीमत सोने के बराबर या उससे भी अधिक है।



आप मदार के पौधे से भलीभांति परिचित होंगे। इसे श्वेतार्क, आक और आकड़ा के नाम से भी जाना जाता है। यह पौधा बिना किसी रोपण के अपने आप उगता है और भारत में हर जगह पाया जाता है। आमतौर पर, इसके सफेद और बैंगनी फूल होते हैं।


आयुर्वेद में इस पौधे का उपयोग काफी महत्वपूर्ण है। यदि आपको बिच्छू ने डंक मारा है, तो इसके दूध को प्रभावित स्थान पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है। इसके अलावा, यदि चोट लगने पर घाव हो जाता है, तो इसकी पत्तियों को सरसों के तेल के साथ मिलाकर लगाने से घाव जल्दी भरता है।