आयुर्वेदिक मसालों से शरीर का डिटॉक्स कैसे करें
आयुर्वेदिक मसाले:
शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन उन विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों को बाहर निकालने की प्रक्रिया है जो शरीर में जमा हो जाते हैं। यह प्रक्रिया शरीर के प्राकृतिक डिटॉक्सिफिकेशन तंत्र को समर्थन देती है, जिसमें किडनी, लिवर, पाचन तंत्र, त्वचा और फेफड़े शामिल हैं।
इन मसालों से शरीर होगा डिटॉक्स
आयुर्वेद में कई ऐसे मसाले मौजूद हैं जो शरीर को स्वाभाविक रूप से साफ करने में मदद करते हैं। इनका सेवन न केवल शरीर को डिटॉक्स करता है, बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी सुधारता है, वजन को नियंत्रित रखता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। आइए जानते हैं ये मसाले कौन से हैं:
त्रिफला
त्रिफला शरीर को डिटॉक्स करने में सहायक होता है। यह शरीर को उन चीजों से मुक्त करता है जिनकी उसे आवश्यकता नहीं होती। इसमें उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इसे पाउडर या टैबलेट के रूप में लिया जा सकता है।
हल्दी
हल्दी डिटॉक्स प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसका सक्रिय यौगिक करक्यूमिन लिवर के कार्य में सहायता करता है और सूजन को नियंत्रित करता है। यह पाचन में सुधार करके शरीर से विषाक्त पदार्थों को धीरे-धीरे बाहर निकालने में मदद करता है।
धनिया के बीज
धनिया के बीजों में सफाई के गुण होते हैं। ये शरीर से अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में मदद करते हैं और किडनी के कार्य को संतुलित रखते हैं। ये बीज पाचन को शांत करने और स्वाभाविक रूप से सूजन को कम करने के लिए भी जाने जाते हैं। कुछ बीजों को पानी में उबालकर, छानकर पूरे दिन पीने से पेट हल्का हो जाता है।
जीरा
जीरा हर भारतीय रसोई में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण मसाला है। यह पाचन को बढ़ावा देता है, सूजन को कम करता है और पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है। डिटॉक्स चाय के लिए कुछ बीजों को गर्म पानी में भिगोकर या अपने भोजन पर छिड़ककर इसका सेवन किया जा सकता है।