उत्तरकाशी में प्राकृतिक आपदा: स्वास्थ्य विभाग की तत्परता से 70 से अधिक घायलों का इलाज
उत्तरकाशी में स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता
उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चिकित्सा राहत कार्यों में अद्वितीय तत्परता दिखाई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के तहत, स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्वयं अभियान की निगरानी की। वे लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ संवाद बनाए रखते हुए हर स्थिति पर नजर रख रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि हर्षिल और धराली क्षेत्रों में 9 सदस्यीय चिकित्सा टीम विशेष हेलीकॉप्टर सेवा के माध्यम से भेजी गई है, जो स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मौके पर चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रही है.
70 से अधिक घायलों को चिकित्सा सहायता
अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं दून अस्पताल के सीएमएस डॉ. आर. एस. बिष्ट के नेतृत्व में एक 12 सदस्यीय मेडिकल टीम मातली में तैनात है। इस टीम में 7 डॉक्टर और 5 पैरामेडिकल स्टाफ शामिल हैं। डॉ. बिष्ट ने बताया कि अब तक 70 से अधिक घायलों को इलाज दिया जा चुका है, जिनमें से अधिकांश को एयरलिफ्ट कर मातली लाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि आज किसी भी मरीज को रैफर करने की आवश्यकता नहीं पड़ी है, जो राहत की बात है.
अतिरिक्त मेडिकल टीमें हेलीसेवा से भेजी जा रही हैं
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मेडिकल टीमें भेजने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हेलीसेवा के माध्यम से इन टीमों को तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी व्यक्ति चिकित्सा सहायता से वंचित न रहे. विभाग 24 घंटे सक्रिय है.
गंभीर मरीजों का उपचार
वर्तमान में उत्तरकाशी जिला अस्पताल में 9 घायल मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनकी स्थिति स्थिर है। जबकि 3 गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को एम्स ऋषिकेश और 2 घायलों को आर्मी हॉस्पिटल भेजा गया है, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में उनका उपचार जारी है.
मनोचिकित्सकीय सहायता का प्रावधान
स्वास्थ्य विभाग की टीमें तेजी से ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर प्राथमिक चिकित्सा, आपात उपचार और राहत सेवाएं दे रही हैं। विशेष रूप से, प्रभावित लोगों को मानसिक आघात से उबारने के लिए मनोचिकित्सकों की टीमें भी मौके पर तैनात की गई हैं, जो निरंतर काउंसलिंग के जरिए मानसिक सहयोग प्रदान कर रही हैं. राज्य सरकार का यह प्रयास दर्शाता है कि आपदा की इस घड़ी में हर नागरिक की सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है.
हर नागरिक की सुरक्षा प्राथमिकता
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग हर आपात स्थिति में संवेदनशीलता, तत्परता और समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी नागरिक चिकित्सा सुविधा से वंचित न रहे.