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उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही: राहत कार्य जारी

उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें कई लोग लापता हैं, जिनमें सेना के जवान भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत कार्य का जायजा लिया और सभी एजेंसियों को मिलकर काम करने का निर्देश दिया। भारतीय सेना, ITBP, SDRF और स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी स्थिति की जानकारी ली है। जानें इस आपदा के बाद राहत कार्य की स्थिति और प्रशासन की कोशिशें।
 

उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना

Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है. इस प्राकृतिक आपदा में कई लोग लापता हो गए हैं, जिनमें भारतीय सेना के जवान भी शामिल हैं. प्रशासन, सेना और राहत दलों ने मिलकर बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है.


मुख्यमंत्री का दौरा और राहत कार्य

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और धराली का हवाई सर्वेक्षण भी किया. उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और सभी एजेंसियां मिलकर प्रयास कर रही हैं कि सभी लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके.


राहत कार्य में विभिन्न एजेंसियों की भागीदारी


सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त

मुख्यमंत्री ने बताया कि सड़कों और एक मुख्य पुल के क्षतिग्रस्त होने से घटनास्थल तक पहुंचना बेहद कठिन हो गया है. इसके बावजूद देहरादून स्थित राज्य आपदा संचालन केंद्र 24 घंटे सक्रिय है और हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है.


प्रधानमंत्री का समर्थन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बात की और स्थिति की जानकारी ली. सीएम धामी ने कहा, "हम सभी को सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रहे हैं. मैं प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है."


पुलिस बल और हेलीकॉप्टर रेस्क्यू के लिए तैयार

सीएम धामी ने बताया कि राहत कार्य के लिए 10 डीएसपी, 3 एसपी और करीब 160 पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं. साथ ही भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तैयार हैं, जिन्हें मौसम साफ होते ही तुरंत उड़ान भरने का आदेश दिया जाएगा. प्रभावित क्षेत्रों में खाने के पैकेट और डॉक्टरों की टीम भी तैयार की गई है.


धराली में मोबाइल नेटवर्क बाधित

मुख्यमंत्री ने कहा कि धराली क्षेत्र में अभी मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं है, लेकिन सरकार की ओर से हर माध्यम से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जा रही है. बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए भी कार्य तेजी से किया जा रहा है.


सेना ने तैनात किए 150 जवान

भारतीय सेना ने उत्तरकाशी में 14 RAJRIF के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन के नेतृत्व में 150 जवानों को बचाव कार्य में लगाया है. इसके साथ ही ड्रोन और सेना के हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं, ताकि प्रभावित क्षेत्रों तक जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जा सके.


हेल्पलाइन नंबर जारी

प्रशासन की ओर से लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं:

01374-222126, 01374-222722, 9456556431