ओडिशा में अंधविश्वास के चलते निर्दोष की हत्या: क्या है पूरा मामला?
गजपति जिले में हुई जघन्य हत्या
ओडिशा के गजपति जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां अंधविश्वास के चलते एक 40 वर्षीय व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना ने ग्रामीण क्षेत्रों में फैले अंधविश्वास और कुरीतियों की गंभीरता को उजागर किया है।
हरभांगी डैम से मिला शव
रविवार की सुबह, गजपति जिले के राचागुड़ा गांव के पास हरभांगी डैम से एक शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान गोपाल मल्लिक के रूप में हुई, जो गांव का निवासी था। शव मिलने के बाद गांव में हड़कंप मच गया और पुलिस को सूचित किया गया।
15 दिन पुरानी मौत ने बढ़ाई आशंका
यह मामला तब शुरू हुआ जब 15 दिन पहले गांव के युवक सुभाष मल्लिक की पत्नी की अचानक मृत्यु हो गई। बीमारी का कोई स्पष्ट कारण न होने के कारण गांव में यह अफवाह फैल गई कि गोपाल मल्लिक के तंत्र-मंत्र के कारण यह सब हुआ। इस अंधविश्वास के चलते ग्रामीणों ने गोपाल को दोषी मान लिया।
बेरहमी से की गई हत्या
शनिवार को, सुभाष मल्लिक और कुछ अन्य ग्रामीणों ने गोपाल को अगवा कर लिया। उसे हरभांगी डैम के किनारे ले जाकर बेरहमी से पीटा गया, उसके हाथ-पैर बांध दिए गए, और अंत में उसे डैम में फेंक दिया गया।
पोस्टमार्टम और जांच की प्रक्रिया
पुलिस ने शव को बाहर निकाला, जो काफी हद तक सड़ चुका था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और पुलिस का कहना है कि हत्या का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा।
14 आरोपी हिरासत में
गोपाल मल्लिक की भाभी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद 14 लोगों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान 6 मुख्य आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
अंधविश्वास का खतरनाक चेहरा
यह घटना अंधविश्वास के खतरनाक रूप को दर्शाती है। केवल तंत्र-मंत्र के शक पर एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या समाज के लिए शर्मनाक है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सभी दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए चार्जशीट तैयार की जा रही है।