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कबूतरों की सूखी बीट: स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा

कबूतरों की सूखी बीट स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। हाल ही में एक महिला को इसके संपर्क में आने से गंभीर फेफड़ों की बीमारी का सामना करना पड़ा। इस लेख में हम कबूतरों की बीट के खतरों, इससे होने वाली बीमारियों और सावधानियों के बारे में जानकारी देंगे। जानें कि कबूतरों की बीट से कैसे बचा जा सकता है और इसके प्रभावों को कैसे कम किया जा सकता है।
 

कबूतरों की बीट का खतरा

शहरों में कबूतरों की उपस्थिति आम है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी सूखी बीट स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती है? हाल ही में, नवंबर 2023 में एक महिला को कबूतरों की सूखी बीट के संपर्क में आने के कारण हाइपरसेंसिटिविटी न्यूमोनाइटिस जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा, जिसके लिए उसे लंग ट्रांसप्लांट कराना पड़ा। कबूतरों की बीट में फंगस क्रिप्टोकोकस हो सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।



विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पक्षियों से फैलने वाली बीमारियों को गंभीर खतरा माना है। कोविड-19 महामारी ने हमें यह सिखाया है कि पक्षियों से इंसानों में फैलने वाली बीमारियों को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है। इस लेख में हम कबूतरों की सूखी बीट के खतरों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।


कबूतरों की बीट क्यों खतरनाक है

कबूतरों की बीट सामान्य दिखती है, लेकिन इसमें कई हानिकारक बैक्टीरिया और फंगस होते हैं, जैसे क्रिप्टोकोकस, क्लैमाइडिया सिटासी और हिस्टोप्लास्मोसिस। जब यह सूखी बीट हवा में उड़ती है, तो इसके छोटे फंगल स्पोर्स सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।


कबूतरों की बीट से होने वाली बीमारियां

कबूतरों की बीट में कई हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस होते हैं। जब यह सूखकर धूल या पानी में मिलती है और सांस के जरिए शरीर में जाती है, तो यह दिमाग की झिल्ली में सूजन, फेफड़ों में सूजन या सिटाकोसिस जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है। सिटाकोसिस फ्लू जैसी बीमारी हो सकती है, जिससे सिरदर्द, तेज बुखार और सांस लेने में परेशानी होती है। इसके अलावा, कबूतरों की बीट में साल्मोनेला बैक्टीरिया भी हो सकता है, जो पेट से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकता है।


कबूतरों की बीट से कौन अधिक प्रभावित होते हैं

कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, जैसे छोटे बच्चे, बुजुर्ग और अस्थमा या फेफड़ों की बीमारी से ग्रसित लोग, कबूतरों की बीट से अधिक प्रभावित होते हैं। 2021 में एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग कबूतरों की बीट या पंखों के संपर्क में लंबे समय तक रहते हैं, जैसे सफाईकर्मी, उन्हें सांस संबंधी बीमारियों का खतरा अन्य लोगों की तुलना में 3 से 5 गुना अधिक होता है।


सावधानियां बरतें

यदि आप नहीं चाहते कि कबूतर आपकी बालकनी या खिड़की पर बैठें या घोंसला बनाएं, तो कुछ आसान उपाय कर सकते हैं। अपने स्थान को साफ और सूखा रखें, क्योंकि कबूतर गंदगी और नमी वाली जगहों को पसंद करते हैं।


कबूतरों की बीट की सफाई करते समय ध्यान देने योग्य बातें

कबूतरों की सूखी बीट में सूक्ष्म कण होते हैं, जो सांस के रास्ते में जा सकते हैं और फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सफाई करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतें: चेहरे पर मास्क पहनें, दस्ताने पहनें, फुल आस्तीन वाले कपड़े पहनें, और सफाई के बाद हाथों को अच्छे से धोकर सैनिटाइज करें। सूखी बीट को झाड़ने के बजाय डिसइन्फेक्टेंट स्प्रे या गीले कपड़े से साफ करें। साफ की गई गंदगी को खुले में फेंकें।


कबूतरों की बीट से होने वाली बीमारियों का इलाज

कबूतरों की बीट से होने वाली बीमारियों का इलाज बीमारी की प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है। डॉक्टर पहले बीमारी की पहचान करते हैं, फिर एंटी फंगल या एंटी बायोटिक्स दवाइयां दी जाती हैं, जो फंगस और बैक्टीरिया को खत्म करती हैं।