कान दर्द और खुजली से राहत पाने के लिए जैतून और टी ट्री ऑयल के उपाय
कान दर्द और खुजली का कारण
कई बार लंबे समय तक इयरफोन का उपयोग करने या फोन पर बातें करने से कानों में दर्द और खुजली की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके अलावा, गंदे हाथों से कानों को छूने से भी इन्फेक्शन हो सकता है। ऐसे में, जैतून का तेल और टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से आपको राहत मिल सकती है।
जैतून का तेल
जैतून के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसे उपयोग करने के लिए, एक छोटी कटोरी में जैतून का तेल लें और इसे गर्म पानी में रखकर हल्का गुनगुना करें। फिर, ड्रॉपर की मदद से कान में 2-3 बूंदें डालें और 5 से 10 मिनट तक लेटे रहें ताकि तेल कान के अंदर अच्छी तरह पहुंच सके। इसके बाद, दूसरे कान में भी यही प्रक्रिया अपनाएं।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल में एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कान की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। ध्यान रखें कि इसे सीधे कान में नहीं डालना चाहिए। इसे किसी अन्य तेल जैसे बादाम या जैतून के तेल के साथ मिलाकर उपयोग करें। पहले कलाई पर पैच टेस्ट करें और फिर कान में डालें।
जरूरी सावधानियाँ
- यदि कान में दर्द या खुजली 48 घंटे से अधिक समय तक बनी रहती है, तो विशेषज्ञ से सलाह लें।
- तेल को अधिक गर्म न करें, क्योंकि इससे कान के अंदर के हिस्से को नुकसान हो सकता है।
- टी ट्री ऑयल को सीधे कान में डालने से जलन हो सकती है।
- कान का मैल निकालने के लिए नुकीली चीजों का उपयोग न करें, क्योंकि यह दर्द का कारण बन सकता है।