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कुरुक्षेत्र में बीबीपुर झील के पानी को लेकर किसानों का विरोध

कुरुक्षेत्र में बीबीपुर झील में पानी छोड़ने के सिंचाई विभाग के निर्णय के खिलाफ किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया। किसानों ने इस निर्णय को जबरन कब्जा करने की कार्रवाई बताया और चेतावनी दी कि यदि बिना किसी आपात स्थिति के पानी छोड़ा गया, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और किसानों की चिंताएं।
 

महापंचायत का आयोजन


कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में बीबीपुर झील में पानी छोड़ने के सिंचाई विभाग के निर्णय के खिलाफ किसानों में भारी नाराजगी है। किसानों ने इस निर्णय की कड़ी आलोचना की है और इसे जबरन कब्जा करने की कार्रवाई करार दिया है। बीबीपुर झील की लगभग 6,000 एकड़ भूमि पर उनका अधिकार है, जिसमें पिहोवा-थानेसर के बीबीपुर कलां, मुर्तजापुर, भौर सैयदां, मुकीमपुरा, टकोरन, छैलों, सुरमी, इंदबड़ी, ज्योतिसर, गढ़ी रोड़ान समेत 12 गांव शामिल हैं।


किसानों का विरोध प्रदर्शन

कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा का गांव चनालहेड़ी भी इस क्षेत्र में आता है। जैसे ही किसानों को जलबेहड़ा मारकंडा हेड से पानी डायवर्ट करने की सूचना मिली, सैकड़ों किसान इकट्ठा हो गए और सरकार तथा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की।


आदेश को तोड़ने की चेतावनी


किसान यूनियन के प्रवक्ता प्रिंस वड़ैच ने बताया कि जब उन्होंने विभाग के एक्सईएन से फोन पर बात की, तो उन्होंने सीधे एससी से बात करने को कहा और कहा कि उनके पास दीवार तोड़ने का आदेश है। इससे किसानों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने आज जलबेहड़ा हेड पर महापंचायत करने का निर्णय लिया। साथ ही दीवार को हाथ लगाने और आदेश को तोड़ने की चेतावनी दी।


बड़े आंदोलन की चेतावनी

किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि बिना किसी आपात स्थिति के झील में पानी छोड़ा गया, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। दो साल पहले 2023 में इसी चैनल से बाढ़ का पानी छोड़ा गया था, जिससे चनालहेड़ी के पास निकासी पटरी टूट गई थी और कई गांवों में पानी भर गया था।


फसलों के बर्बाद होने का खतरा


प्रिंस वड़ैच ने कहा कि निकासी चैनल की सफाई नहीं हुई है और इसकी पटरियां जर्जर हैं। जगह-जगह झाड़ियां और कबाड़ फंसा हुआ है। ऐसे में यदि पानी छोड़ा गया, तो हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो जाएगी। ट्यूबवेल और खाद-बीज भी पानी में बह जाएंगे। हालांकि, किसानों ने कहा कि यदि बाढ़ या किसी की जान बचाने की स्थिति बनी, तो वे सहयोग करेंगे, लेकिन बेवजह इस कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं करेंगे।