×

कोरोना के नए NB.18.1 वेरिएंट के लक्षण: गले में दर्द और अन्य संकेत

कोरोना वायरस का नया वेरिएंट NB.18.1, जिसे निंबस भी कहा जाता है, गले में रेजर ब्लेड जैसी चुभन का कारण बन रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे अपनी निगरानी में रखा है। इस वेरिएंट के अन्य लक्षणों में गले में खराश, सूखी खांसी और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। जानें इसके लक्षण, गंभीरता और बचाव के उपाय।
 

कोरोना वायरस के लक्षणों की जानकारी

Covid-19 Alert: क्या आप कोरोना वायरस के लक्षणों के बारे में जानते हैं? वर्तमान में सक्रिय वेरिएंट के लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, गले में खराश और खांसी शामिल हैं। भारत में कोरोना अब काफी हद तक नियंत्रण में है, लेकिन एक नया वेरिएंट, NB.18.1, जिसे निंबस भी कहा जाता है, सामने आया है। इस वेरिएंट का एक गंभीर लक्षण है, जिसमें मरीज को गले में रेजर ब्लेड से कटने जैसी चुभन और दर्द का अनुभव होता है।


WHO की रिपोर्ट

WHO ने क्या कहा?

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, गले में होने वाले इस दर्द को 'रेजर ब्लेड थ्रोट' कहा जाता है। यह लक्षण पिछले महीने के अंत में दक्षिण-पूर्व एशिया, भूमध्यसागरीय और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रों में सबसे अधिक देखे गए थे। अमेरिका के वाशिंगटन, न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया के एयरपोर्ट पर पॉजिटिव मरीजों में भी ऐसे लक्षण पाए गए हैं।


वेरिएंट की निगरानी

WHO ने इस वेरिएंट को अपनी निगरानी में रखा है और इसकी जांच जारी है। हालांकि, इसे अत्यधिक खतरनाक नहीं माना गया है। यह वेरिएंट तेजी से फैल सकता है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि इससे किसी की जान को खतरा हो। यह एक पुराना वेरिएंट है जो फिर से सक्रिय हो गया है, और इससे मौत का खतरा उन लोगों में अधिक है जो पहले से किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं।


लक्षणों की गंभीरता

लक्षण कितने गंभीर हैं?

रांची रिम्स अस्पताल के डॉक्टर विकास के अनुसार, यह लक्षण गंभीर नहीं है, लेकिन लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। यह वेरिएंट ओमिक्रोन का सब-वेरिएंट माना जाता है। इसके लक्षण जैसे गले में खराश पहले से मौजूद हैं। इस बार के वेरिएंट का गले पर अधिक प्रभाव पड़ रहा है, इसलिए यदि किसी को गले में समस्या महसूस हो रही है, तो उन्हें तुरंत जांच करवानी चाहिए।


NB.18.1 वेरिएंट के अन्य लक्षण

NB.18.1 वेरिएंट के लक्षण

  • गले में खराश होना।
  • हल्की सूखी खांसी होना।
  • नाक बहना और बंद होना।
  • सांस लेने में कठिनाई।
  • सिरदर्द और बुखार के साथ थकान।
  • कुछ मरीजों में मतली और भूख में कमी।


बचाव के उपाय

बचाव के उपाय

  • स्वस्थ आदतों का पालन करें, जैसे हाथों की सफाई और सैनिटाइजर का उपयोग।
  • मास्क पहनें।
  • बहुत ठंडा पानी न पिएं।
  • पर्याप्त नींद लें और संतुलित आहार लें।