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कोल्ड्रिफ कफ सिरप से बच्चों की मौतों पर सख्त कार्रवाई

कोल्ड्रिफ कफ सिरप के कारण बच्चों की मौतों की घटनाओं ने देश में हाहाकार मचा दिया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई बच्चों की जान जा चुकी है, जिससे सरकार ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी दवा निर्माताओं को कड़े मानदंडों का पालन करने का निर्देश दिया है। इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। जानें इस गंभीर मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
 

बच्चों की मौतों का बढ़ता आंकड़ा


हाल ही में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के कारण बच्चों की मौतों की घटनाओं ने देश के कई हिस्सों में चिंता बढ़ा दी है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में इस सिरप के सेवन से कई बच्चों की जान जा चुकी है। हाल ही में मध्य प्रदेश में तीन और बच्चों की मौत के बाद कुल मृतकों की संख्या 20 तक पहुंच गई है। अमेरिका सहित कई देशों में इस सिरप पर प्रतिबंध लगाया गया है।


सरकार का सख्त रुख

कई राज्यों में बच्चों की मौतों के बाद, हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों की सरकारों ने कफ सिरप के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। केंद्र सरकार भी इस मामले में सक्रिय हो गई है और स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी दवा निर्माताओं को कड़े मानदंडों का पालन करने का निर्देश दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर प्रतिबंध लगा दिया है।


स्वास्थ्य मंत्रालय की चेतावनी

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि यदि निर्देशों का उल्लंघन किया गया, तो सिरप बनाने वाली कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे। तमिलनाडु के औषधि नियंत्रण विभाग ने कोल्ड्रिफ सिरप के नमूनों में डाई एथिलीन ग्लाइकॉल (डीईजी) की मात्रा अधिक पाई थी।


कफ सिरप में जहरीले तत्वों का मिश्रण

विशेषज्ञों के अनुसार, कफ सिरप में डीईजी और एथलीन ग्लाइकॉल जैसे जहरीले पदार्थ मिलाए जाते हैं। इनकी मात्रा यदि 1-2 मिमी प्रति किलोग्राम हो, तो यह जानलेवा हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इन तत्वों को जहरीला माना है।


स्वास्थ्य पर प्रभाव

डीईजी और ईजी की मिलावट से हृदय, किडनी, और अन्य अंगों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं। इससे मितली, उल्टी, और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गंभीर मामलों में रोगी कोमा में जा सकता है।


नागपुर में बच्चों की स्थिति

कोल्ड्रिफ सिरप के सेवन के कारण नागपुर में पांच बच्चे गंभीर स्थिति में हैं। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी।


जांच में सामने आई खामियां

जांच में यह पाया गया है कि कोल्ड्रिफ सिरप में ग्लाइकॉल की मात्रा 48 प्रतिशत तक थी, जिससे बच्चों की किडनी प्रभावित हुई।


राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

कफ सिरप से होने वाली मौतों पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। कांग्रेस ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। भाजपा ने कहा है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी।