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क्या 21-22 दिनों में पीरियड्स आना सामान्य है? जानें विशेषज्ञों की राय

महिलाओं के लिए पीरियड्स से जुड़े कई सवाल होते हैं, खासकर जब बात समय से पहले आने की होती है। क्या 21-22 दिनों में पीरियड्स आना सामान्य है? इस लेख में हम जानेंगे कि हार्मोनल बदलाव, तनाव, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं कैसे पीरियड साइकिल को प्रभावित कर सकती हैं। विशेषज्ञों की राय और सलाह के साथ, यह जानना महत्वपूर्ण है कि कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
 

पीरियड्स के समय से पहले आने के कारण

महिलाओं के मन में पीरियड्स से संबंधित कई सवाल होते हैं, जो उन्हें चिंतित कर सकते हैं। आमतौर पर, महिलाएं पीरियड्स के लेट होने पर ज्यादा चिंतित होती हैं, जबकि समय से पहले आने वाले पीरियड्स को नजरअंदाज कर देती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, पीरियड साइकिल का सामान्य समय 28 दिन होता है। यदि पीरियड्स 28 से 35 दिनों के बीच आते हैं, तो इसे सामान्य माना जाता है। हालांकि, कभी-कभी 28 दिन से 1-2 दिन पहले भी पीरियड्स आ सकते हैं। लेकिन अगर पीरियड्स 21-22 दिनों में आते हैं, तो यह जानना जरूरी है कि क्या यह सामान्य है या इसके पीछे कोई स्वास्थ्य समस्या है।


28 दिनों से कम में पीरियड्स आना

विशेषज्ञों का कहना है कि हार्मोनल बदलावों के कारण 28 दिनों से कम में पीरियड्स आ सकते हैं। यदि किसी महिला की पीरियड साइकिल 21 दिनों से कम है, तो इसका मतलब है कि उसके शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर सही नहीं है।


थायराइड की समस्या भी जल्दी पीरियड्स का कारण बन सकती है, क्योंकि थायराइड हार्मोन पीरियड्स को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब शरीर में इनका स्राव सही तरीके से नहीं होता, तो पीरियड्स पर इसका प्रभाव पड़ता है।


यदि आप लंबे समय से तनाव में हैं, तो यह भी आपकी पीरियड साइकिल को प्रभावित कर सकता है। महिलाएं अक्सर सोचती हैं कि तनाव के कारण पीरियड्स लेट होते हैं, लेकिन तनाव के कारण कभी-कभी पीरियड्स समय से पहले भी आ सकते हैं।


इसके अलावा, जन्म नियंत्रण गोलियों का उपयोग भी पीरियड साइकिल को प्रभावित कर सकता है।


अचानक वजन में बदलाव या जीवनशैली में परिवर्तन भी जल्दी पीरियड्स का कारण बन सकते हैं।


यदि आपके पीरियड्स 21 दिनों से कम आते हैं और इस दौरान अधिक या कम रक्तस्राव होता है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।


यदि पीरियड्स केवल 1-2 दिन के लिए आते हैं या रक्तस्राव 7-8 दिनों तक या उससे अधिक होता है, तो यह सामान्य नहीं है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।