खर्राटों से छुटकारा पाने के प्रभावी उपाय
खर्राटे एक आम समस्या है, जो मोटापे और गले में कफ जमने के कारण होती है। इस लेख में जानें कि कैसे ठंडी चीजों, शराब और धूम्रपान से बचकर आप खर्राटों से राहत पा सकते हैं। नियमित व्यायाम और प्राणायाम के माध्यम से इस समस्या को नियंत्रित करने के प्रभावी उपाय भी यहां दिए गए हैं।
Aug 25, 2025, 22:13 IST
खर्राटों का कारण और समाधान
खर्राटों की समस्या: मोटापे के कारण अक्सर खर्राटे आने लगते हैं। जब शरीर में चर्बी बढ़ती है, खासकर पेट के आसपास, तो खर्राटे आना सामान्य हो जाता है।
- खर्राटों का एक अन्य कारण गले में कफ का जमना है। जब गले में कफ जमा होता है, तो व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है, जिससे खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है। गले में लटकता युव्युला टिश्यू जब बड़ा हो जाता है, तो यह सांस के मार्ग में रुकावट डालता है, जिससे खर्राटे की आवाज आती है।
- खर्राटों से बचने के लिए कुछ उपाय अपनाने चाहिए:
ठंडी चीजों से परहेज करें
- यदि आपको खर्राटे आ रहे हैं, तो ठंडी चीजों का सेवन न करें, जैसे आइसक्रीम या फ्रिज में रखी अन्य वस्तुएं। ठंडी चीजें गले की नसों को संकुचित कर सकती हैं, जो खर्राटों का कारण बनती हैं।
शराब का सेवन सीमित करें
- शराब पीने से भी खर्राटे की समस्या बढ़ सकती है, इसलिए इसे सीमित करना बेहतर है।
- दवाइयों का अत्यधिक सेवन न करें, क्योंकि नींद की गोलियां लेने से भी खर्राटे की समस्या हो सकती है।
धूम्रपान से बचें
- धूम्रपान खर्राटों का एक प्रमुख कारण है। सिगरेट का धुआं गले में जाकर फेफड़ों तक पहुंचता है, जिससे गले में कार्बन के कण जमा हो जाते हैं। यह स्थिति खर्राटों को बढ़ावा देती है।
- धूम्रपान का सबसे बुरा प्रभाव फेफड़ों पर पड़ता है। फेफड़ों में जाली नुमा कोशिकाएं होती हैं, जहां धुआं कार्बन छोड़ता है। जब ये कण इकट्ठा हो जाते हैं, तो सांस लेने में कठिनाई होती है, जिससे गले में संक्रमण और खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है।
- इससे बचने के लिए धूम्रपान छोड़ें और मोटापे को नियंत्रित करने के लिए नियमित व्यायाम करें। सुबह की सैर करें और अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास करें। ये योगासन गले की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से अनुलोम विलोम, भस्त्रिका और कपालभाति करने से खर्राटों से राहत मिल सकती है।